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निठारी कांड: कोर्ट का फैसला सुन पीड़ित पिता की आखों में आंसू, खूनी कोठी पर बरसाए पत्थर

देश को झकझोर देने वाला उत्तर प्रदेश के नोएडा का बहुचर्चित निठारी कांड एक बार फिर से सुर्खियों में है. निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर को आज इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कई मामलों में सुनाई गई फांसी की सजा को रद्द किया है. कोर्ट ने दोनो आरोपियों को कई मामलों में बरी भी किया है. कोर्ट के इस फैसले से पीड़ित परिजनों में गुस्सा नजर आ रहा है. निठारी कांड में अपने जिगर के टुकड़े को गंवाने वाले पीड़ित लाचार पिता ने गुस्से में खूनी कोठी पर पत्थर बरसा दिए.

निठारी कांड में अपने बच्चों को खोने वाले पीड़ित परिजन न्याय के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं. इस कांड में अपने बच्चों को खोने वाले पीड़ित परिजन निठारी की D5 कोठी पहुंच रहे हैं. जिन लोगों ने अपने बच्चों को खोया है वो इलाहबाद हाई कोर्ट के फैसले के बाद नाराज हैं. पीड़ित परिजन आरोपियों के फांसी रद्द किए जाने के बाद सदमे में हैं. वह निठारी कांड के नरपिशाचों के लिए सरकार से फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं.

नाराज पिता ने D-5 कोठी पर बरसाए पत्थर

सोमवार को निठारी के पीड़ित परिजनों को इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक फैसले से गहरा सदमा पहुंचा. कोर्ट ने निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर को राहत देते हुए इनकी फांसी की सजा को रद्द कर दिया. इससे दुखी पीड़ित रामकिशन ने निठारी की D-5 कोठी पर गुस्से में पत्थर बरसा दिए. रामकिशन निठारी में बनी पानी की टंकी के पास रहते हैं. साल 2006 में रामकिशन का साढ़े 3 वर्षीय बेटा हर्ष गायब हो गया था. जब निठारी कांड का खुलासा हुआ और शवों को बरामद किया गया तब पुलिस को रामकिशन के बेटे के कपड़े और चप्पल मिलीं थी. रामकिशन अपने बेटे के हत्यारों की मौत की सजा की आस लगाए हुए थे, लेकिन कोर्ट के फैसले ने उनकी इंसाफ की उम्मीदों को तोड़ दिया. रामकिशन को जैसे ही कोर्ट के फैसले की जानकारी मिली वो भी D-5 कोठी पहुंच गए. बेबस और नाराज पिता आंखों में आंसू लिए कोठी पर एकाएक पत्थर बरसाने लगे. हालांकि इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात नहीं की.

जानिए खूनी कोठी D-5 के बारे में

नोएडा के सेक्टर 31 के गांव निठारी में मनिंदर सिंह पंढेर की कोठी D-5 खूनी कोठी के नाम से जानी जाती है. दरअसल पंजाब का व्यापारी मनिंदर सिंह पंढेर अय्याशी के लिए हद से गुजर गया था. उसकी D-5 कोठी पर शराब और शबाब की महफिल सजा करती थी. कोठी की देखरेख करने वाला उत्तराखंड का सुरेन्द्र कोली अपने मालिक मनिंदर सिंह पंढेर के लिए कोल गर्ल्स से लेकर शराब तक का इंतजाम किया करता था. इस दौरान इन नरपिशाचों ने कोठी के आसपास रहने वाले छोटे-छोटे बच्चों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. यह छोटे बच्चों को कोठी में बुलाकर पहले उनका रेप करते थे फिर इनकी हत्या कर उनके शवों को पका कर खा जाते थे. नरपिशाच पंढेर और कोली बच्चों के कंकाल को कोठी और बराबर में नाले में दफना देते थे. साल 2006 में पुलिस ने इस दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा किया था.

D-5 कोठी पर फिर से जमने लगा मीडिया का जमावाड़ा

नोएडा के निठारी गांव की इस खूनी कोठी पर एक बार फिर से मीडिया का जमावाड़ा होने लगा है. सोमवार को इलाहबाद हाई कोर्ट के फैसल के बाद खंडहर हो चुकी मनिंदर सिंह पंढेर के D-5 कोठी पर ग्रामीण और आसपास के लोग इकठ्ठा है. कोठी पर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी भी मौजूद हैं. और पीड़ित परिजन उस बुरे दौर को याद कर दुखी हो रहे हैं.

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