उत्तर प्रदेश में चार युवकों ने एक किशोरी के साथ गैंगरेप कर उसे सड़क किनारे फेंक दिया। नाबालिग अपने पिता के फल के ठेले से घर लौट रही थी। उसी दौरान इन युवकों ने उसे सूनसान जगह पर ले जाकर अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया।
दरअसल, थाना निबोहरा क्षेत्र की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी का पिता गांव से दो किलोमीटर दूर शमसाबाद रोड पर स्थित तिवरिया पर फल का ठेला लगाता है। किशोरी अक्सर अपने पिता की मदद के लिए ठेले पर जाती है। सोमवार शाम को वह अपने पिता के पास से लौट रही थी। इस बीच एक बाइक सवार ने उसे जबरन बाईक पर बिठा लिया। कुछ दूर जानें के बाद पीछे से टेम्पों में आ रहे तीन युवकों ने उसे टेम्पों में जबरदस्ती बिठा लिया। चारों युवक किशोरी को सुनसान जगह पर ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया। गैंगरेप करने के बाद उसे बदहवास हालत में रात में गोपी के भट्ठे के पास छोड़कर भाग गए।
सुबह ग्रामीणों ने घरवालों को जानकारी दी। दौड़ते-भागते परिजन जब मौके पर पहुंचे तो नाबालिग ने अपने साथ हुए घिनौने काम के बारे में बताया। गांव में बात फैली तो पुलिस के घर पहुंचने से पहले पकड़े जाने के डर से एक आरोपी जगदीश पुत्र नवल सिंह ने पेड़ पर लटक कर फांसी लगा ली। पुलिस ने जगदीश सहित करुआ, रूपेश निवासी मुक्तीपुरा थाना शमशाबाद और अज्ञात बाइक सवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।