आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में हालातों में सुधार नहीं हुआ। बतादें कि फिरोजाबाद से आए मरीज को बेड तो मिल गया, लेकिन उसे शिफ्ट कराने के लिए कोई नहीं आया। ऐसे में तीमारदार ने मरीज को गोद में उठाकर इमरजेंसी में भर्ती कराया। एक दिन पहले ही अपर मुख्य सचिव ने एसएन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर मरीजों को परेशानी न होने की हिदायत दी थी।
बताया जा रहा है कि फिरोजाबाद के प्रदीप कुमार अपनी बीमार बेटी ज्योति को एंबुलेंस में लेकर करीब तीन बजे इमरजेंसी पहुंचे। लेकिन दूसरे तीमारदार
उन्होंने दूसरे तीमारदार को पर्चा बनवाने के लिए काउंटर पर भेज दिया, तब तक मरीज एंबुलेंस में ही रही। इमरजेंसी से फार्मासिस्ट आए और तीमारदार के साथ पर्चा बनवाने के लिए गए। इधर, मरीज की परेशानी बढ़ने लगी, वह दर्द से कराह रही थी, यह देख परिजनों ने भर्ती कराने के लिए वार्ड ब्वॉय से मदद मांगी, लेकिन किसी ने उनको स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया। ऐसे में तीमारदार खुद ही मरीज को गोद में या फिर पीठ पर लेकर जाने को मजबूर होते हैं।
प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि गंभीर मरीजों को तत्काल इलाज और भर्ती कराने के लिए कहा है। स्ट्रेचर-व्हीलचेयर की भी अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। गार्ड और वार्ड ब्वॉय को निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना वायरस के कारण सावधानी बरतते हुए तीमारदारों को व्हीलचेयर-स्ट्रेचर उपलब्ध कराते हुए भर्ती कराने में मदद करें।