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PRTAPGARH: थाने में SO और दरोगा के छू्टे पसीने, SP के सामने नहीं खोल पाए पिस्टल

वैसे तो उत्तर प्रदेश में तमाम पुलिस एनकाउंटर होते रहते हैं. उसमें भी पुलिसकर्मियों का निशाना इतना सटीक बैठता है कि गोली सीधे अपराधियों के पैर में जा लगती है. लेकिन जब आपको ये ही जांबाज पुलिसकर्मी एक पिस्टल को समयसे खोलने में नाकाम हो जाएं तो जाहिर है काबिलियत पर सवाल उठने लगे हैं. ऐसा ही हुआ उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में. यहां एसपी के सामने पिस्टल खोलने में लगभग पूरे थाने के पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए.

असलहा खोलने में पुलिसकर्मियों को 8 से 10 मिनट का समय लग गया. सिपाही और दरोगा को छोड़िए एसओ, महेशगंज भी अपनी पिस्टल खोलने में नाकाम हो गए. पिस्टल में गोली फंस गई और सफाई के अभाव में पिस्टल ने एसओ की एसपी के सामने ही जमकर किरकिरी करा दी. नाराज एसपी ने एसओ अमरनाथ राय, दरोगा हारून राशिद खान, सिपाही को पुलिस लाइन में असलहा प्रशिक्षण लेने का फरमान सुना दिया.

दरसअल एसपी अनुराग आर्य शुक्रवार को महेशगंज थाना का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया. थाने परिसर में ही सबसे पहले एसओ और दरोगा से पिस्टल खोलने को कहा गया. इसके बाद थाने के सिपाही से बंदूक खोलने को एसपी ने कहा तो काफी देर तक वह बंदूक खोल ही नहीं पाया. इसके बाद बंदूक खोलने के लिए इंस्पेक्टर और दरोगा भी लगे. काफी देर बाद महेशगंज पुलिस बंदूक भी खोल सकी. नाराज एसपी ने एसओ से कहा कि ऐसे कैसे आप बदमाशों से निपटोगे? जब आप पिस्टल तक नहीं खोल पा रहे हैं.
पहले भी असलहा चलाने में फिसड्डी साबित हुई है प्रतापगढ़ पुलिस

कुछ महीने पहले ही एडीजी ज़ोन प्रयागराज ने मान्धाता थाने का निरीक्षण किया था, जहां दरोगा शहंशाह भी पिस्टल खोलने और चलाने असफल हो गए थे. वही दरोगा के रवैये नाराज एडीजी ने हाथ ऊपर कर दरोगा को थाने में दौड़ लगाकर सजा दी थी. लेकिन प्रतापगढ़ की लापरवाह पुलिसकर्मियों ने इससे कोई सीख नहीं ली. जिसके चलते अब महेशगंज थाना पूरी तरह से असलहा खोलने और चलाने में फ्लॉप साबित हो गया.