कुछ कहो तो शरमा जाती है आंखे
बिन बोले, बहुत कुछ कह जाती हैं आंखे…
आंखें ना होती तो इंसान इस खूबसूरत दुनिया को कैसे देख सकता था, तभी तो शरीर के इस जरूरी अंग पर हर कवि ने कलम चलाई हैं, लिखने वालों ने लिखा है कि आंखें व्यक्तित्व का आईना होती हैं, तो ये सच भी है क्योंकि ज्योतिष शास्त्र भी इस बात से इंकार नहीं करता है। सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक आंखों के रंग और भौहों के आकार-प्रकार से आप एक मिनट में दूसरे व्यक्ति का मिजाज जान सकते हैं…
आंखें खोलती हैं दिल का राज तो भौहें बताती हैं इंसान का मिजाज
पतली भौहैं- ऐसा व्यक्ति धनवान एवं ऐश्वर्यशाली होता है।
मोटी भौहें – ऐसा व्यक्ति अहंकारी, तेज स्वभाव तवाला होता है।
भौहों के बीच खाली स्थान – ऐसा इंसान स्पष्टवादी लेकिन नेकदिल होता है।
जिनकी भौहें जुड़ी होती हैं-ऐसे व्यक्ति चतुर एवं संयमी होता है।
लाल या कत्थई आंखें- अहंकार के प्रतीक हैं।
काली आंखें- कोमल और खूबसूरत होता है ऐसा इंसान
छोटीआंखें- संघर्षशील जीवन का संकेत है।
भूरे नेत्र- भूरे नेत्र वाला व्यक्ति धनी, ऐश्वर्यवान होता है।
कटिली आखें- कमल नयन सरीखे नयनों वाला व्यक्ति धनी, ऐश्वर्यवान तथा बुद्धिमान होता है।
आंखें में छिपे है दिल का राज
1- ऐसी आंखों वाले होते हैं अत्यंत समझदार

सामुद्रिक शास्त्र कहता है कि जिनकी आंखें गोल होती हैं वह अत्यंत ही समझदार प्रवृत्ति के होते हैं। ऐसे लोगों की खास बात यह होती है कि ये गंभीर से गंभीर परिस्थिति में भी सहज होते हैं। साथ ही हर परेशानी का हल निकाल ही लेते हैं।
2- बड़े दिलवाले हैं ऐसी आंखों वाले

सामुद्रिक शास्त्र कहता है जिन लोगों की आंखें बड़ी होती हैं उनका दिल भी बड़ा होता है। ये हर रश्ति के प्रति वफादार होते हैं। किसी को भी इनकी मदद चाहिए हो तो कभी मना नहीं करते। इन्हें सभी की मदद करके सुकून मिलता है।
3- इन आंखों की अलग ही है बात

सामुद्रिक शास्त्र में नीली और भूरी आंखों वालों को अलग ही श्रेणी में रखा गया है। इसके मुताबिक नीली आंखों वाले लोग काफी चालाक प्रवृत्ति की माने जाते हैं। कहा जाता है कि इन आंखों वाले केवल अपना हित देखते हैं।