समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा अपनी झूठ की फसल को लहलहाने में छल प्रपंच का खाद-पानी देती है। फिर समझती है कि जनता उसकी सच्चाई नहीं जान पाएगी। पर हकीकत में अब भाजपा की कोई चाल सफल होने वाली नहीं है। समाजवादी पार्टी का मुख्य लक्ष्य उत्तर प्रदेश में कुशासन का पर्याय बन गई भाजपा सरकार को सन् 2022 के चुनावों में सत्ता से बाहर कर देना है।
अखिलेश ने कहा कि कानून-व्यवस्था कायम रखने में भाजपा पूरी तरह विफल है। भाजपा का एजेण्डा विपक्षी जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं का उत्पीड़न करना और अपमानित करना है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर गरीबों की आवाज को कुचलने और बदनाम करने में लगी है। अखिलेश ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री बड़े बड़े वादे करते हैं ।
उन्होंने एक करोड़ श्रमिकों को रोजगार देने की घोषणा कर दी। इसमें कितनी सच्चाई है इससे जाहिर है कि अपनी रोजी-रोटी के लिए प्रवासी मजदूर फिर प्रदेश से बाहर जाने के लिए मजबूर हैं। गांव-शहर में रोजगार होता तो बुन्देलखण्ड से पहली ट्रेन से एक हजार मजदूर मुम्बई जाने वाली ट्रेन में क्यों सवार होते? अगर मुख्यमंत्री ने रोजगार दिया होता तो गांव-घर छोड़कर लोग क्यों जाते? मुख्यमंत्री यह नहीं बताते कि प्रदेश में कौन उद्योग लगे हैं, किन बैंकों ने किन उद्यमियों को कर्ज दिया है और किस उद्योग में किस-किस श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती हुई है? अच्छा हो राज्य सरकार इस सम्बंध में एक श्वेत पत्र ले आए।