हमीरपुर. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौरान प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में पढ़ रहे हजारों बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन क्लास के साथ-साथ अन्य सुविधा की व्यवस्था की है. शिक्षा विभाग छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई के साथ-साथ घर पर ही मिड डे मील (Mid Day Meal) का राशन भी मुहैया करा रही है. इसके अलावा स्कूल ड्रेस, किताबें, जूते एवं अन्य सामान भी उपलब्ध करवाया जा रहा है. छात्रों को पौष्टिक आहार मिल सके, इसके लिए अभिभावकों को बुलाकर पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है. सरकार की इस पहल का अभिभावकों ने स्वागत किया है.
हमीरपुर में मिड-डे-मील का राशन छात्रों के बदले अभिभावकों को स्कूल बुलाकर दिया जा रहा है. मिड डे मील के साथ-साथ सरकार द्वारा स्कूल ड्रेस, किताबें, जूते इत्यादि भी दिए जा रहे हैं. जिले में सरकार के इस पहल का लाभ प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले 14 हजार 169 बच्चों और छठी से आठवीं तक में पढ़ने वाले 10 हजार 89 बच्चों को लाभ मिला है.
पांचवीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र आदित्य राज ने बताया कि कोरोना के चलते स्कूल बंद है. ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है. साथ ही अब मिड डे मील का राशन भी घर पर ही दिया जा रहा है.
स्कूल में राशन लेने पहुंचे अभिभावकों ने बताया कि लाॅकडाउन से लेकर अब तक स्कूल द्वारा मिड डे मील का राशन उन्हें स्कूल बुलाकर मुहैया करवाया जा रहा है. उधर, मिड डे मील वर्कर्स की कोरोना काल में कुछ सेलरी काटी गई है, जिससे उनमें इस बात को लेकर नाराजगी है. मिड डे मील वर्कर अनीता शर्मा ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान तीन माह का कुछ वेतन काट लिया गया है, लेकिन अब पूरा वेतन मिल रहा है.
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शिक्षा उपनिदेशक प्रारम्भिक बीके नड्डा ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान खोले गए स्कूलों में पूरी तरह से एहतियात बरताी जा रही है. इसके साथ ही जिला हमीरपुर में पहली से प्राइमरी में शिक्षा ग्रहण कर रहे 14 हजार 169 बच्चों को मिड डे मील घर में मुहैया करवाने का काम किया जा रहा है. छठी से आठवीं तक के 10 हजार 89 बच्चों को भी अभिभावकों के माध्यम से राशन पहुंचाया जा रहा है.