Deoria Bypoll Result: इस बार सभी प्रमुख दलों ने ब्राह्मण प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. इसके अलावा दिवंगत विधायक जन्मेजय सिंह के बेटे अजय कुमार सिंह भी निर्दल प्रत्याशी के तौर पोअर मैदान में हैं.
देवरिया. उत्तर प्रदेश की देवरिया सदर सीट पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना मंगलवार सुबह आठ बजे से शुरू होगी. 28 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब इस सीट से कोई ब्राह्मण प्रत्याशी विजयी होगा. वह भी कोई त्रिपाठी. दरअसल इस बार सभी प्रमुख दलों ने ब्राह्मण प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. इसके अलावा दिवंगत विधायक जन्मेजय सिंह के बेटे अजय कुमार सिंह भी निर्दल प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं.
बीजेपी- डॉ सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी
देवरिया सदर सीट से बीजेपी ने डॉ सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी को मैदान में उतारा है. वे बैतालपुर के उद्योपुर गांव के मूल निवासी है. लंबे समय से बीजेपी में हैं और उनके परिवार में कई शिक्षाविद् हैं. जिला पंचायत सदस्य के रूप में कार्य करने का अवसर इन्हें मिल चुका है.
समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार ब्रह्माशंकर त्रिपाठी पांच बार कसया एवं कुशीनगर से विधायक रह चुके हैं. सपा शासनकाल में दो बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं. हालांकि उपचुनाव के दौरान विपक्षी दलों ने इनके बाहरी होने का मुद्दा भी जोरशोर से उठाया.
बसपा- अभयनाथ त्रिपाठी
बसपा ने इस सीट से अभयनाथ त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी के रूप में अपना भाग्य आजमाएं लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. अभयनाथ त्रिपाठी सिविल कोर्ट में अधिवक्ता भी हैं.
कांग्रेस- मुकुंद भास्कर मणि त्रिपाठी
कांग्रेस ने देवरिया सदर विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में देवरिया खास निवासी मुकुंद भास्कर मणि त्रिपाठी पर अपना दांव लगाया है. मुकुंद लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े है. कई बार आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस की लाठियों के शिकार भी हुए है.
UP-By-Election Counting: मल्हनी में निर्दलीय उम्मीदवार धनंजय सिंह, सपा से आगे
ये हैं मुद्दे
देवरिया सदर सीट पर बिजली, सड़क, पानी और जलजमाव की समस्या छाए रहे. इसके अलावा चीनी मिल लगाना एक बड़ा मुद्दा बना रहा. बेरोजगारी और पलायन एक बड़ी समस्या सामने आई है. देवरिया सदर सीट पर उत्तर प्रदेश सरकार के एक दर्जन से अधिक कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, दोंनो डिप्टी सीएम ने प्रचार किया. इसके अलावा बीजेपी के एक दर्जन से अधिक विधायक और सांसद लगे रहे. वहीं बहुजन समाज पार्टी से सतीश चंद्र मिश्रा के अलावा कई बसपा के नेताओं ने जनसभाएं की. समाजवादी पार्टी से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, सपा के कई पूर्व मंत्री और आसपास के समाजवादी पार्टी के नेताओं ने जनसभाएं की.