उत्तर प्रदेश के जालौन में पारिवारिक कलह के चलते मां-बेटे ने आत्महत्या कर ली। विवाद खाना बनाने को लेकर हुआ था, इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई, साथ ही माँ-बेटे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पूरा मामला जालौन के उरई कोतवाली क्षेत्र के सुशील नगर का है। यहां की रहने वाली 55 बर्षीय बेबी चौहान पत्नी स्वर्गीय जय सिंह चौहान नहर विभाग में कार्यरत थी। शनिवार को जब वह घर पर थी, उसका 28 वर्षीय पुत्र दिग्विजय सिंह बाहर से परीक्षा देने के बाद घर लौटा था। जब वह घर पर आया तो उसने मां बेबी चौहान से अपनी मनपसंद सब्जी बनाने की बात कही, जिस पर मां ने यह कहकर मना कर दिया कि घर पर पहले से ही सब्जी बन गई और उसको सुबह सब्जी बनाकर खिला दी जाएगी।
इसी बात को लेकर मां-बेटे में विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया कि, महिला बेबी ने घर में ही रखा विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ी। यह नजारा देख उसका बेटा दिग्विजय सिंह घबरा गया और इस घटना का खुद को जिम्मेदार मानते हुए उसने बिना कुछ सोचे समझे घर में बने बाथरूम में पहुंचकर छत पर लगे कुंडे से अपने गले में रस्सी का फंदा डालकर खुदकुशी कर ली।
इस घटना की जानकारी लगते ही पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए और इलाके में हड़कंप मच गया। इधर महिला को अचेत अवस्था और बेटे को फांसी के फंदे पर झूलता देख लोगों ने तत्काल बेटे को रस्सी के फंदे से नीचे उतारा और महिला को बेहोश पड़ा देख, दोनों को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। जहां पर डॉक्टरों ने मां और बेटे को मृत घोषित कर दिया। दो मौतों से घर में कोहराम मचा हुआ है। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही उरई कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई।
वहीं इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी ने बताया कि, खाना बनाने को लेकर मां-बेटे के बीच विवाद हुआ था। इसी को लेकर मां-बेटे ने सुसाइड किया हैं, फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।