उत्तर प्रदेश में जहां योगी सरकार अवैध खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने के साथ अपराधियो की कमर तोड़ने का काम कर रही है। वहीं उन्हीं की पार्टी की क्षवि खराब करने का काम उनके ही भाजपा के लोगों द्वारा किया जा रहा है।खबर झांसी के ककरबई थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खरवांच बालू घाट का है। जहां पर बालू माफियाओं द्वारा बालू के उठान को लेकर बहस बाजी हो गई। ये बहस बाजी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि, लाठी डंडों से मारपीट तक की नौबत आ गई है।
वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने जब इस तरह का कृत्य करने से रोका तो सत्ता के नशे में चूर गरोठा विधायक के पुत्र पुलिस से ही भिड़ गया और असभ्य भाषा का इस्तेमाल करने लगे। इस दौरान की तस्वीरें और वीडियो भी सामने आई हैं जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वहीं सत्ता के दवाब के चलते पुलिस कार्यवाही की जगह मामले को छुपाने में लगी है।
बालू घाट पर मौजूद कर्मचारी ने बताया कि, लगभग दो दर्शन से अधिक असलहा धारियों के साथ जवाहर राजपुत गरोठा विधायक का बेटा आया और टोकन लूटने का प्रयास करने लगा। जब कर्मचारी ने इसका विरोध किया, तो जमकर मारपीट और तोड़तोड़ कर दी। यह पूरी घटना सीसीटीवी केमरे में कैद हो गई थी। जिसके बाद सीसीटीवी कैमरे में तोड़ डाले। वहीं घटना की सूचना पर पहुंचीं पुलिस ने जब मामले को शांत कराया और दोनो पक्षों को थाने लाई। थाना प्रभारी के कार्यालय के बाहर विधायक के पुत्र पुलिस को कानून का पाठ पढ़ाते हुए अभद्र भाषा का व्यवहार करते हुए नजर आए। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वहीं झांसी पुलिस द्वारा ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि, धर्म कांटा ककरबई के टोकन कर्मचारियों के साथ कुछ व्यक्तियों द्वारा विवाद हो गया था। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई थी। यहां दोनों पक्षों में आपसी समझौता हो गया था। इसके अलावा भी झांसी पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच गरौठा सीओ को सौंपी गई है।