उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां पर सरकारी स्कूल की दो रसोईयों ने प्रधानाध्यापिका मैडम पर उत्पीड़न का इल्जाम लगाया है। इन दो रसोईयों को सरकारी स्कूल में खाना बनाते और बच्चों को खिलाते हुए करीब 15 साल हो गए है। लेकिन शनिवार को ये दोनों महिलाएं डीएम साहब के पास फरियाद लेकर पहुंची। दोनों महिला रसोईयां ने डीएम साहब से स्कूल की प्रधानाध्यापिका मैडम के बारे में जो जो बातें बताई। उसे सुन डीएम साहब ने फौरन बीएसए को जांच के आदेश दे दिए।
दरअसल ये मामला है उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद का है। जहां कुलपहाड़ थाना इलाके के कटवरिया मोहल्ले में संचालित नवीन प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मिल का खाना बनाने वाली रसोईयां गीता अहिरवार और स्नेहलता पाठक ने प्रधानाध्यापिका नीलू गुप्ता पर उत्पीड़न करने और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का इल्जाम लगाया है। दोनों का कहना है कि, प्रधानाध्यापिका मैडम खराब सब्जियां मंगाती है और बच्चों को नकली दूध पिलाती है और विरोध करने वालों को धमकी देती है।
दरअसल दोनों रसोईयां समाधान दिवस में डीएम मृदुल चौधरी के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी। फरियाद सुन डीएम ने बीएसए अजय मिश्रा को जांच के आदेश दिए। हालांकि रसोइयों का कहना है कि, कोई अधिकारी कार्रवाई नहीं करता। सब आते हैं, चले जाते है और उसके बाद प्रधानाध्यापिका मैडम सबके ऊपर अपना गुस्सा निकालती है।
महोबा से धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट nttv bharat