उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद में हुई क्षत्रिय महापंचायत की गूंज पूरे अवध और पूर्वांचल में गूंजी। खुर्शीद क्लब में आयोजित महपंचायत में क्षत्रियों का जमावड़ा था। एमएलसी शैलेन्द्र सिंह औऱ ब्लॉक प्रमुख शिवकुमार सिंह भी महापंचायत में उपस्थित थे। लेकिन महापंचायत के हीरो बने करणी सेना भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरू सिंह। हमेशा अपने बेबाक बोल के लिए प्रसिद्ध वीरू सिंह ने भाषण शुरू किया तो बड़े बड़े बाहुबलियों, ब्राम्हण और क्षत्रिय नेताओं समेत डीएम एसपी को भी खरी खरी सुना डाली।
वीरू सिंह ने सुल्तानपुर के डॉ. घनश्याम त्रिपाठी हत्यकांड पर प्रमुखता से बोलते हुए पहले ब्राम्हण नेताओं को ललकारा और फिर त्रिपाठी हत्याकांड में पुलिस के एक्शन पर चुप रहने वाले क्षत्रिय नेताओं और महपंचाय में ना आने वाले क्षत्रिय नेताओं को जमाकर लताड़ लगाई।
वीरू सिंह ने कहा कि, सुल्तानपुर में ब्राम्हण पंचायत करने वाले देवरिया कांड में पीड़ित ब्राम्हण परिवार के घर क्यों नहीं गए। इस दौरान वीरू सिंह ने इशारों में फायर ब्रांड पूर्व विधायक पवन पांडे पर भी तंज कसते हुए योगी सरकार पर पवन पांडे को संरक्षण देने का इल्जाम लगा डाला।
वीरू सिंह सिर्फ ब्राम्हण नेताओं तक नहीं रूके और क्षत्रिय नेताओं को भी अपनी रडार में लिया। वीरू सिंह ने इशारों में बाहुबली पूर्व विधायक चन्द्रभद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह और ब्लाक प्रमुख यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह को लपेटे में लेते हुए क्षत्रिय समाज से पूछा आपको भइया कहां है। भईय़ा उस समय कहां थे, जब क्षत्रिय समाज की महिलाओं को बेइज्जत किया जा रहा था और भईया आज कहां है, जब महापंचायत का आयोजन किया गया।
आपको बता दें कि, वीरू सिंह ने सभी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि, नेताओं औऱ वैश्या का चरित्र एक सा होता है। वहीं वीरू सिंह ने क्षत्रिय समाज के इतिहास का गुणगान करते हुए खुद को सनातन और राष्ट्र का रक्षक बताया। साथ ही योगी सरकार को चैलेंज दिया कि, क्षत्रिय समाज सरकार बना नहीं सकता, लेकिन सरकार गिरा जरूर सकता है।
वीरू सिंह ने क्षत्रिय को सिखो की तरह शस्त्र रखने की मंजूरी देने की भी मांग की। फिलहाल वीरू सिंह का भाषण सुल्तानपुर के गलियारों में चर्चा का केन्द्र् बना हुआ है। खासकर इशलिए क्योंकि वीरू सिंह ने बाहुबली पवन पांडे और भद्र परिवार दोनों को रडार में लेकर बयानी फायर झोंका। फिलहाल वीरू सिंह की क्षत्रिय लंबरदारी पर क्षत्रिय नेताओं का क्या सोचना है और क्या कहना है, ये बड़ा सवाल बन गया है।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat