उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में जयसिंहपुर कोतवाली अंतर्गत खोजापुर गांव आज दो अर्थियां उठी तो कोहराम मच गया। यहां दो युवकों की गुरुवार रात सड़क हादसे में जान चली गई थी। मृतक युवक चचेरी बहन का दहेज का सामान लेने बाइक से बाजार के लिए निकले थे। लोगों का कहना है कि, अगर हेलमेट पहना होता तो हादसा टल सकता था।
गांव निवासी सुबरनदास (28) की जब अर्थी उठी तो परिवार में कोहराम मच गया। उसे गांव में ही बाग में जलाया गया। वहीं उसके साथ रमेश कुमार का शव गांव में ही दफनाया गया है। एक साथ दो युवाओं की शव यात्रा निकली तो हर आंख छलक उठी। रोने-पीटने की आवाज से पूरा गांव गूंज उठा।
दरअस्ल बृहस्पतिवार की रात सुबरनदास अपने दोस्त रमेश कुमार के साथ बाइक से बिरसिंहपुर बाजार के लिए निकला था। बाइक सुबरनदास चला रहा था। उसने हेलमेट नहीं पहना था। बिरसिंहपुर बाजार से पहले ही ओवरटेक करने में बाइक एक ट्रैक्टर-ट्राॅली से टकरा गई थी। दुर्घटना में बाइक क्षतिग्रस्त हो गई और दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दुर्घटना की जानकारी पर बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए और घायलों को 100 शैय्या के बिरसिंहपुर अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने सुबरनदास को मृत घोषित कर दिया।
घायल रमेश कुमार को अंबेडकरनगर जिला अस्पताल रेफर किया गया था। परिजन रमेश को लेकर अंबेडकरनगर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां देर रात उसने भी दम तोड़ दिया था। घटना की सूचना पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ था। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।