गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी आईएएस को गिरफ्तार किया है. इस फर्जी आईएएस का नाम अभिषेक चौबे बताया जा रहा है. यह रिटायर आईएएस अफसर के नाम से अधिकारियों पर रोब जमाया करता था. साथ ही वह उच्च अधिकारियों को फोन कर काम करने के निर्देश भी देता था. जानकारी के मुताबिक, उसने गृह मंत्रालय में एक साल तक टाइपिस्ट के पद पर भी किया था. उसे खोड़ा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल, उससे पूछताछ की जा रही है.
बता दें कि बीते जून महीने में कुछ इसी तरह की खबर बरेली जिले में सामने आई थी. तब बरेली शहर से कोतवाली पुलिस ने फर्जी आईएएस अफसर को गिरफ्तार किया था. फर्जी आईएएस शशांक खुद को MHRD का कोऑर्डिनेटर बताकर कमिश्नर से मिलने पहुंचा था. कमिश्नर रणवीर प्रसाद को उसकी बातों पर शक हुआ. इसके बाद उन्होंने कोतवाली पुलिस को बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया. आरोपी शशांक पहले भी एसएसपी और डीआईजी को IAS बनकर कई बार कॉल कर चुका है. पुलिस ने जालसाज शशांक के कब्जे से दो मोबाइल फोन और अलग-अलग कम्पनियों के चार सिम कार्ड भी बरामद किए थे.
जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से हरदोई का रहने वाला शशांक बीते कुछ समय से इज़्ज़तनगर थाना क्षेत्र में रह रहा था. साल 2014 में बीसीए करने के बाद उसका सपना आईएएस बनने का था लेकिन वह एग्जाम पास नहीं कर सका. इसके बाद वो अपने सपने को साकार करने के लिए फर्जी आईएएस बन गया. वह प्रशासनिक अधिकारियों को फोनकर विभिन्न प्रकार की सिफारिशे कर चुका है.
उधर, एसएसपी शैलेश कुमार पांडे का कहना था कि कमिश्नर कार्यालय से जानकारी मिली थी कि एक युवक खुद को आईएएस अफसर बता रहा है. इसके बाद कोतवाली पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. पूछताछ के बाद जानकारी हुई कि शशांक नामक यह युवक जालसाज है. अपने निजी स्वार्थ के लिए खुद को आईएएस बताकर अफसरों के पास सिफारिशें करता था. शशांक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.