यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आज कौशांबी जनपद के अंधावां गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आए थे। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे लव जिहाद कानून के खिलाफ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की टिप्पणी पर सवाल किया।
दरअसल अखिलेश ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘ लव जिहाद’ अध्यादेश के बहाने जिहादी उन्माद फैलाकर फिर जनता को भटकाने की कोशिश में लग गए हैं. नफरत फैलाकर समाज को बांटने की भाजपा-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पुरानी रणनीति है. जबकि रोज नए-नए कड़े कानून अपनी अकर्मण्यता छुपाने के लिए ही लाए जा रहे हैं. सपा मुखिया को जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हाल ही में हुए उपचुनाव में हार के बाद बहुत बौखला गए हैं, बहुत तिलमिला गए हैं। उनको लग रहा था कि 2022 के चुनाव में वापस आएंगे। लेकिन उनकी पूरी भविष्य की संभावनाएं बेकार हो गई है। इसलिए वह बौखलाहट में हैं। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि यह जो कानून आया है वह लव जिहाद जैसा शब्द नहीं है। उत्तर प्रदेश में जो धोखा देकर के, नाम बदल कर के व धर्म बदल कर के लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा करके शादी करते थे। उसके बाद उनकी असलियत मालूम होती थी तो वह उसका विरोध करती थी।
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इस पर उनकी हत्या तक की घटना होती थी। ऐसी घटना यूपी से देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई है। प्रदेश सरकार ने एक शानदार कानून बनाया है। इसका पूरे देश स्वागत कर रहा है और दूसरे प्रदेश के लोग इस का अनुसरण कर रहे हैं।