आपको बता दें कि रामपुर की पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी मामले में गुरुवार सुनवाई टल गई। अब 4 अक्तूबर को सुनवाई होगी। 2019 लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कटघर थाना क्षेत्र के मुस्लिम डिग्री कॉलेज में आयोजित सम्मान समारोह में रामपुर के पूर्व सांसद आजम खान, मुरादाबाद के सपा सांसद डॉ. एसटी हसन समेत अन्य सपा नेता शामिल हुए थे।
कार्यक्रम के दौरान यह आरोप लगा कि रामपुर की पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी की गई थी। इस मामले में रामपुर निवासी मुस्तफा हुसैन ने आजम खान, डॉ. एसटी हसन, अब्दुल्ला आजम, फिरोज खां, आयोजक मोहम्मद आरिज़, रामपुर के पूर्व चेयरमैन अजहर खां के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था।
विशेष लोक अभियोजक मोहन लाल विश्नोई ने बताया कि गुरुवार को मुकदमे की सुनवाई लघु वाद न्यायाधीश मनिंदर सिंह की अदालत में की जानी थी लेकिन एक वकील के निधन हो जाने के कारण वकीलों ने शोकसभा कर न्यायिक कार्य स्थगित कर दिया था।
फिल्म अभिनेत्री एवं रामपुर की पूर्व सांसद जयाप्रदा को अदालत में हाजिर होकर बतौर पीड़िता अपने बयान दर्ज कराने थे लेकिन उनके वकील ने जयाप्रदा की तरफ से स्थगन प्रार्थना पत्र पेश किया गया। अदालत ने जयाप्रदा के खिलाफ दोबारा जमानती वारंट जारी करते हुए उन्हें 4 अक्टूबर को अदालत में पेश होने का आदेश जारी किया है।
यह था पूरा मामला
दरअसल ये मामला साल 2019 लोकसभा चुनाव का है। जब रामपुर सीट से सपा को जीत मिलने के बाद मुरादाबाद में आज़म खान के लिए स्वागत सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। जिसमे सपा सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा पर मंच से बोलते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके खिलाफ जयप्रदा के मीडिया प्रभारी मुस्तफा हुसैन ने सपा सांसद डॉ एस टी हसन, सपा नेता आजम खान, सपा नेता अब्दुल्ला आजम, कार्यक्रम के आयोजक मोहम्मद आरिज़ सहित कई सपा नेताओं के ख़िलाफ़ कटघर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।