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पीएम मोदी के दफ्तर में बुनकरों की हड़ताल..

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में पहले की तरह फ्लैट दर पर बिजली की मांग कर रहे बनारस के हड़ताली बुनकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनसंपर्क कार्यालय पहुंच गए। यहां मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जताया। अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन कार्यालय में दिया। बुनकर 15 अक्तूबर से हड़ताल पर हैं।

दरअसल पिछले दो महीने में बुनकरों की यह दूसरी हड़ताल है। पिछले महीने भी बुनकरों ने बिजली की फ्लैट दरों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी। सरकार की तरफ से मांगें पूरी करने का आश्वासन मिलने पर तीसरे ही दिन हड़ताल खत्म हो गई थी। सरकार की ओर से कहा गया था कि 15 दिन में इससे संबंधी दिशा निर्देश जारी हो जाएंगे। लेकिन डेढ़ महीने बाद भी जब कुछ नहीं हुआ तो 15 अक्तूबर से बुनकर फिर हड़ताल पर चले गए। हड़ताल के सातवें दिन बुनकरों ने अपनी आवाज बनारस के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने की तैयारी की। जवाहर नगर स्थित प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय कार्यालय पर बुनकर पहुंच गए। हाथों में तख्ती लिए बुनकरों ने मानव श्रृंखला बनाई और नारेबाजी शुरू कर दी। बुनकर संघ की तरफ से कार्यालय पीएम के कार्यालय में एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि बुनकरों की हालत यहां बेहद खराब है। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि हम लोग सरकार के खिलाफ नहीं हैं। न तो हमें किसी के खिलाफ नारेबाजी करनी है और न ही मुर्दाबाद करना है। हम लोगों की छोटी सी मांग है, उसे पूरा करना चाहिए।

इससे पहले हड़ताल के छठे दिन मंगलवार को बुनकरों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। शास्त्री घाट से जागरूकता मार्च निकाला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा गया। बुनकर बिरादराना तंजीम व वाराणसी वस्त्र बुनकर संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। तंजीम चौदहो के सरदार मकबूल हसन व संघ के अध्यक्ष राकेश कांत राय ने कहा कि तीन सितंबर को शासन ने जो वायदा किया था, वह अब तक पूरा नहीं हुआ। पहले 31 जुलाई 2020 तक ही फ्लैट रेट से बुनकरों के बिजली बिल जमा करने को कहा गया था। सरकार ने एक अगस्त से फ्लैट रेट से बेहतर व्यवस्था होने की बात कही थी। लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।