Diabetes In Pregnancy: डायबिटीज एक ऐसी लाइलाज बीमारी है, जो खराब खानपान और लाइफस्टाइल का नतीजा है. डायबिटीज में अक्सर मरीजों एक्सरसाइज और खान-पान का खास ख्याल रखना चाहिए. खासकर, अगर डायबिटीज की समस्या किसी प्रेग्नेंट महिला को है तो उसे अपना ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है. महिलाओं के लिए ये एक ऐसा समय होता है, जिस दौरान उनमें मानसिक और भावनात्मक बदलाव आ सकते हैं.
इसलिए प्रेग्नेंसी में केयरिंग के साथ-साथ उन्हें डाइट में सही न्यूट्रीएंट्स भी मिलने चाहिए. गर्भावस्था में महिलाओं किन पोषक तत्वों की जरूरत होती है, इसको लेकर हमनें UNDAC में पब्लिक हेल्थ लीडर डॉ. सबीन कपासी से बात की. युनाइटेड नेशंस वियना में पब्लिक हेल्थ लीडर के तौर पर काम कर रहीं डॉ. सबीन कहती हैं प्रेग्नेंसी में डायबिटिक महिलाओं को अपने साथ-साथ बच्चे का भी ख्याल रखना होता है. प्रेग्नेंसी में डायबिटीज मां के साथ-साथ बच्चे को भी प्रभावित करती है. आइए हमारी एक्सपर्ट से ही जानते हैं कि इस दौरान डायबिटिक महिलाओं को क्या खाना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
बैलेंस्ड डाइट
डायबिटीज की समस्या का सामना करने वाली न्यू मॉम को संतुलित डाइट लेनी चाहिए. उन्हें डाइट में कॉम्पलैक्स कार्बोहाइड्रेट, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट को शामिल करना चाहिए. इस फूड कॉम्बिनेशन से ब्लड शुगर नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
फाइबर रिच फूड
डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए हाई फाइबर फूड जैसे साबुत अनाज, सब्जियां और फलियों को शामिल करें. फाइबर ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करता है और ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है. नई माताओं को रोजाना कम से कम 25 ग्राम फाइबर लेना चाहिए.
रहें हाइड्रेट
प्रेग्नेंसी में अक्सर महिलाएं पर्याप्त रूप से पानी नहीं पी पाती हैं. लेकिन ग्लूकोज नियंत्रण के लिए यह जरूरी है कि खुद को हाइड्रेट रखें. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से रक्तप्रवाह से अतिरिक्त ग्लूकोज को बाहर निकालने में मदद मिलती है. न्यू मॉम को को रोजाना कम से कम 8-10 कप पानी पीना चाहिए.
डॉ. सबीन कपासी का कहना है कि हेल्दी डाइट के साथ-साथ नियमित वर्कआउट करना भी जरूरी है ताकि डायबिटीज को मैनेज किया जा सके. इसके साथ ही, शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस में सुधार लाने के लिए डायबिटीज का सामना करने वाली महिलाओं को डॉक्टर द्वारा बताए गए वर्कआउट को शामिल करना चाहिए.