नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में खजांची यादव का बर्थडे मनाया। खजांची का जन्म नोटबंदी के दौरान बैंक में लगी लाइन के बीच हुआ था। इस दौरान अखिलेश ने मोदी सरकार पर जमकर तंज कसा। कहा कि, नोटबंदी से न तो आतंकवाद रूका न ही भ्रष्टाचार। अर्थव्यवस्था चौपट है। नौकरी नहीं है। नोटबंदी अगर सही थी तो बैंकों की व्यवस्था क्यों खराब हो गई? उत्तर प्रदेश के इकलौते बैंक इलाहाबाद बैंक को खत्म कर दिया। अब इलाहाबाद बैंक का नाम कोई नहीं जानेगा।
अखिलेश ने कहा कि, पैसे वाले लोग देश छोड़कर भाग गए। इस दौरान दीपक कुमार पांडेय की पुस्तक नोटबन्दी एक मानव निर्मित त्रासदी का विमोचन किया गया। अखिलेश ने कहा कि, मैं दीपक पांडे को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने नोटबंदी की घटनाओं और लोगों को परेशानी को अपनी किताब में जगह दी और लोगों के सामने रखने की कोशिश भी की। वहीं, दीपक ने कहा कि, हड़बबड़ी में तानाशही के फैसले को सबको अवगत कराऊंगा। नोटबंदी एक राजनैतिक फैसला था। यह सबकुछ यूपी चुनाव के लिए किया गया था।
अखिलेश यादव ने गेस्ट हाउस कांड से सपा संरक्षक मुलायम सिंह का नाम वापस लिए जाने की पहल शुरू करने के लिए मायावती का आभार जताया है। कहा कि, बसपा को धन्यवाद जो गेस्ट हाउस कांड में नेता मुलायम जी का नाम वापस लेना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव से पहले हुए गठबंधन के दौरान सपा-बसपा के बीच इस बात फैसला हुआ था। फरवरी माह में ही मुलायम के खिलाफ केस वापस लेने की पहल की गई थी, जिसे मीडियो में लीक नहीं किया गया। पूर्व कैबिनेट मंत्री कमला कान्त गौतम ने शुक्रवार को सपा का दामन थाम लिया। गौतम 36 साल बसपा में रहे। उन्होंने बसपा छोड़कर बहुजन उत्थान पार्टी बनाई थी, इस पार्टी का सपा में विलय कर दिया गया है। कमला कांत ने कहा कि, 2022 में अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। इसी तरह कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व विधायक रामजगराम समेत कई बसपा व भाजपा नेताओं ने सपा की सदस्यता ली है।
कौन है खजांची यादव?
कानपुर के सरदारपुरवा गांव निवासी सर्वेषा देवी ससुरालीजनों की प्रताड़ना से तंग आकर अपने मायके अनंतपुर गांव में रहती है। साल 2016 में आठ नवंबर को सर्वेषा पैसा निकालने के लिए बैंक गई थी। वह लाइन में लगी थी। इसी दौरान उसने बच्चे को जन्म दिया था। तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे। उन्होंने उस बच्चे का नाम खजांची यादव रख दिया था। अखिलेश खजांची का जन्मदिन हर साल मनाते हैं। वह उसे उपहार में घर दे चुके हैं।
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