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कुंडा में होगा किसका राजतिलक, क्या इस बार बच पाएगी राजा भैया की रियासत? जानें विस्तार से

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 4 चरणों का मतदान हो चुका है.अब सबकी निगाहें 5वें चरण पर टिक गई है. 5 वें चरण की सबसे हाई हाई प्रोफाइल सीटों की बात करें तो उसमें सबसे ऊपर कुंडा का नाम आएगा.कुंडा उत्तर प्रदेश की इकलौती सीट है जहां की जनता 1993 से लेकर 2017 तक सिर्फ और सिर्फ राजा भैया को निर्दलीय विधायक चुनती आ रही है.1993 से लेकर आजतक कई पार्टियों की लहर आई और गई लेकिन कुंडा में निर्दलीय रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया की लहर 3 दशक से लगातार बह रही है,हालांकि इस बार कुंडा का निर्दलीय विधायक पहली बार पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ रहा है,वो भी खुद अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के सिंबल पर,जिसका चुनाव चिन्ह आरी है.

बतादें की राजा भैया कुंडा में एकतरफा चुनाव जीतते आ रहे है.उनके सामने चुनाव लड़ने वाला शख्स बमुश्किल अपनी जमानत बचा पाता है,लेकिन 2022 में हालात कुछ बदले बदले लग रहे है.राजा भैया की आरी को कुंद करने के लिए सपा और भाजपा दोनों ने कमर कस ली है.सपा ने राजा भैया के सामने किसी जमाने में राजा भैया के करीबी रहे गुलशन यादव को टिकट दिया है.

कौन-कौन दे रहा राजा भैया को चुनौती

भाजपा से राजा भैया के सामने दो बार चुनाव लड़ने वाले शिव प्रकाश सेनानी की पत्नी सिंधुजा मिश्रा चुनाव लड़ रही है.बसपा से मोहम्मद फहीम और कांग्रेस के टिकट पर योगेश यादव भी कुंडा के चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे है.राजा भैया के करीबी रहे सपा प्रत्याशी गुलशन यादव खुले मंच से राजा भैया को चुनौती देकर मीडिया की सुर्खियों में छाए है.गुलशन का कहना है कि जब तक वह राजा भैया के साथ थे तो यादव राजा भैया को वोट देता था,लेकिन इस बार यादव सायकल का बटन दबाएगा और राजा भैया को हराएगा.गुलशन राजा भैया पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे है और साथ में उनसे जान का खतरा भी बता रहे है.

राजा भैया 6 बार बड़े मार्जिन से आसानी से बेंती महल में बैठकर चुनाव जीत चुके है लेकिन इस बार उनके चुनावी प्रचार के अंदाज से लगता है कि राजा भैया भी 2022 का चुनाव टक्कर का चुनाव मानकर लड़ रहे है,जहां राजा भैया खुद जनता के बीच जाकर वोट मांग रहे है वहीं उनके दो बेटे भी जनता के बीच जाकर पिता के लिए वोट और सपोर्ट की अपील कर रहे है,वहीं गुलशन यादव भी भौकाली अंदाज में राजा भैया के साथ टाइट फाइट करने का दम भर रहे है.

बात रही सिन्धुजा मिश्रा की तो वह मोदी सरकार और योगी सरकार की नीतियों के आधार पर जनता के बीच जा रही है और कुंडा को गुंडा मुक्त कराने के संकल्प के साथ वोट मांग रही है.बसपा प्रत्यशी मोहमद फहीम भी कुंडा गुंडा मुक्त का नारा लगाते हुए राजा भैया और सपा प्रत्याशी गुलशन यादव दोनों पर हमलावर है.खासकर मुस्लिम समाज में जाकर वह सीओ जिआउल हक हत्याकांड का जिक्र कर राजा भैया और गुलशहन यादव दोनों पर निशाना साधते है.

बहुचर्चित सीओ जिआयुलहक हत्याकांड में राजा भैया के साथ साथ गुलशन यादव भी आरोपी है.फिलहाल जो भी हो कुंडा में किसका राजतिलक होगा.राजा भैया की सल्तनत बरकरार रहेगी या बिखर जाएगी.ये 10 मार्च को सबके सामने होगा.