ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने से पूर्व आवंटित की गई धनराशि से विकास कार्य कराए जाने हैं। पंचायतों ने अब तक 60 प्रतिशत धनराशि व्यय कर विकास कार्य कराए हैं। कार्यकाल पूर्ण होने में कुछ ही महीने बचे हैं। शेष 40 प्रतिशत बची धनराशि से विकास कार्य कैसे पूर्ण कराए जा सकेंगे। प्रधानों के कार्यकाल में सिर्फ 45 दिन शेष है।
जिला पंचायतराज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि वर्तमान में जिले की 576 ग्राम पंचायतों में आवंटित की गई धनराशि से स्कूलों में कायाकल्प कार्य, सड़क, सीसी, खरंजा, नाली निर्माण, सामुदायिक शौचालय, शौचालय निर्माण, वॉटर हार्वेस्टिंग, हैंडपंप रिबोर, खाद्य के लिए गड्ढे खोदने का कार्य कराया गया है। इन कार्यों को कराने में पंचायतों से लगभग 63 प्रतिशत धनराशि व्यय की है। अभी भी पंचायतों में लगभग 38 से 40 प्रतिशत तक धनराशि शेष है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों का आगामी दिसंबर में कार्यकाल समाप्त होने वाला है। इससे पूर्व ही शेष बची आवंटित धनराशि से भी पंचायतों में कार्य कराए जाने हैं।
जिला पंचायतराज अधिकारी ने बताया कि शासन ने वर्ष 2020 में पंचायतों में विकास, निर्माण कार्य कराए जाने को 172.41 लाख रुपये धनराशि पंचायतों में भेजी गई। उसमें से प्रधानों ने अपनी-अपनी पंचायतों में से 60 से 63 प्रतिशत 107.68 लाख रुपये धनराशि व्यय कर ली है। उसके बाद भी ग्राम पंचायतों के खातों में अभी भी लगभग 65 से 68 लाख रुपये अवशेष बचे हैं। इस धनराशि को भी पंचायतों में कार्य कर व्यय किया जाना है।
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