उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कानपुर में लव जिहाद के तथाकथित मामलों की जांच के लिए अगस्त में एक विशेष जांच दल का गठन किया था। इस SIT ने कुल 14 मामले दर्ज किए जिनमें से सात कोई विश्वसनीय सबूत न होने के कारण पिछले दो महीने में कोर्ट में धराशाही हो चुके हैं। ऐसे में सीएम योगी को झटका लग सकता है क्योंकि योगी लगातार लव-जेहाद का मुद्दा उठाते रहते है। सीएम बनने के बाद उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए ऐसे मामलों की विशेष जांच कराने के आदेश दिए थे।
SIT के इन-चार्ज विकास पांडे के अनुसार, पुलिस इनमें क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर चुकी है और ये सहमति से बनाए रिश्ते थे।
अन्य मामले
तीन अन्य मामले भी बंद होने की कगार पर
NDTV की जांच में ये भी सामने आया है कि अभी जिन सात मामलों की जांच चल रही है, उनमें से तीन विश्वसनीय सबूत न होने के कारण बंद होने की कगार पर हैं।
इन तीन में से दो मामले में कथित पीड़ित महिलाएं बहला-फुसलाकर कर शादी या धर्म परिवर्तन के आरोपों से इनकार कर चुकी हैं और उनका कहना है कि उन्होंने अपनी मर्जी से अपने मुस्लिम प्रेमियों से शादी या धर्म परिवर्तन किया है।
चर्चित मामला
शालिनी यादव के चर्चित मामले में भी पुलिस को नहीं मिले सबूत
कानपुर में लव जिहाद की चर्चा शुरू करने वाले शालिनी यादव के मामले में भी पुलिस के हाथ कोई विश्वसनीय सबूत नहीं लगा है।
इस केस में शालिनी की मां ने 7 अगस्त को FIR दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि मोहम्मद फैसल नामक शख्स उनकी बेटी को बंदूक की नोंक के दम पर उठाकर ले गया, जबरदस्ती उससे इस्लाम कबूल करवाया और अब उसे वेश्यावृत्ति और तस्करी में ढकेलने की कोशिश कर रहा है।
दूसरा पक्ष
अपनी मां के आरोपों को गलत बताती रही हैं शालिनी
शालिनी अपनी मां द्वारा लगाए गए इन सभी आरोपों से इनकार करती हैं और 11 अगस्त को ही सोशल मीडिया पर वीडियो डालते हुए उन्होंने अपनी मर्जी से शादी और धर्म परिवर्तन करने की बात कही थी।
इसके बाद दिल्ली की एक स्थानीय कोर्ट और फिर दिल्ली हाई कोर्ट में भी उन्होंने अपनी इस बात को दोहराया। NDTV द्वारा प्राप्त किए गए उनके धर्मांतरण प्रमाण पत्र में भी मर्जी से इस्लाम कबूल करने की बात कही गई है।
बयान
शालिनी बोलीं- मैं MBA हूं, फिर भी कोई मुझे बहला-फुसला लेगा?
नाम बदलकर शालिनी से फिजा फातिमा हो चुकीं शालिनी ने NDTV से कहा, “मैंने MBA किया है। क्या आपको लगता है कि मैं इतनी शिक्षित हूं लेकिन फिर भी कोई भी आएगा और मुझे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाएगा? क्या मेरे पास अक्ल नहीं है?”
जब शालिनी के पति फैसल से पूछा गया कि उन्होंने अपना धर्म क्यों नहीं बदला तो उन्होंने कहा कि पहले वह ही धर्म परिवर्तन करने वाले थे, लेकिन शालिनी ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया।
अन्य मामला
शालिनी जैसा ही है एकता वर्मा का मामला, कहा- मर्जी से की शादी
शालिनी की तरह ही एकता वर्मा का मामला है जिन्होंने मोहसिन नामक एक मुस्लिम युवक से शादी की है। दिलचस्प बात ये है कि फैसल की तरह मोहसिन भी जूही कॉलोनी के रहने वाले हैं और इसी आधार पर एकता के परिजनों ने यहां के कई युवकों पर “लव जिहाद की गैंग” चलाने का केस किया है।
हालांकि अपने परिजनों के विपरीत एकता का कहना है कि उन्होंने अपनी मर्जी से शादी और धर्म परिवर्तन किया है।
सूत्र- NDTV