लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आखिरकार युवाओं की गुहार सुन ही ली। मंगलवार को यूपी सरकार ने आदेश जारी किया कि यूपी पुलिस कांस्टेबलों की भर्तियों में सभी वर्गों के आवेदकों को उम्र में तीन साल की छूट दी जाएगी। बता दें कि सरकार की तरफ से यह फैसला तब आया, जब भर्ती में आयु सीमा को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। जिसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई थी। आयु सीमा में छूट को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव से लेकर राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने भी सरकार को घेरा था। विपक्ष के नेताओं ने सीएम योगी से आयु सीमा में छूट की मांग की थी। लेकिन अब मुख्यमंत्री बड़ा ऐलान कर दिया गया है।
युवाओं ने सरकार से की थी मांग
युवाओं ने सरकार से मांग करते हुए कहा था कि कोविड-19 की वजह से वे न पढ़ाई कर सके न एग्जाम में बैठ सके। इसके चलते उनकी उम्र बढ़ गई और वे एग्जाम नहीं दे पा रहे हैं, इसलिए सरकार से मांग करते है कि पुलिस कांस्टेबलों की भर्तियों में उम्र सीमा बढ़ाई जाए ताकि वे दोबारा एग्जाम दे सकें।
बता दें कि सरकार के आदेश से पहले गौतम बौद्ध नगर जिले के जेवर से विधायक धीरेंद्र सिंह और अनूपशहर से विधायक संजय शर्मा ने भी उम्र में छूट के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को बड़ी राहत देते हुए इस वर्ष की परीक्षा के लिए आयु सीमा में तीन साल की छूट देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद को इस संबंध में निर्देशित करते हुए कहा है कि इस साल की परीक्षा में अधिकतम आयु सीमा 22 वर्ष को बढ़ाकर 25 वर्ष किया जाए।