नामांकन दाखिल करने जा रहे योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पर ब्लेड से हमला करने की कोशिश की गई है. मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की सुरक्षा में तैनात जवानों ने तत्परता दिखाते हुए हमलावर युवक को पकड़ लिया और उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस आरोपी युवक से पूछताछ कर रही है. सिद्धार्थ नाथ सिंह पर ब्लेड से हमले की कोशिश उस वक्त की गई जब वह नामांकन दाखिल करने मुंडेरा स्थित चुनाव कार्यालय जा रहे थे. यह मामला प्रयागराज के धूमनगंज इलाके का है. इस घटना से स्थानीय लागों के साथ ही पुलिस भी सकते में है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह प्रयागराज (पश्चिमी) विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं. वह गुरुवार को धूमनगंज इलाके के मुंडेरा में स्थित चुनाव कार्यालय नामांकन दाखिल करने जा रहे थे. उसी वक्त भीड़ में से एक युवक ने उनपर ब्लेड से हमला करने की कोशिश की. उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए हमला करने वाले युवक को दबोच लिया. उसे भीड़ से बचाते हुए स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया है. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है और इस बात का पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर उसने सिद्धार्थन नाथ सिंह पर हमले की कोशिश क्यों की?
पर्चा दाखिल करने से पहले मंदिर गए थे मंत्री
सिद्धार्थ नाथ सिंह गुरुवार को प्रयागराज (पश्चिमी) विधानसभा सीट से पर्चा दाखिल करने से पहले साईं मंदिर शिरडी धाम पहुंच कर पूजा-अर्चना की थी. इस दौरान उनके साथ पत्नी और बेटे भी मौजूद थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह पिछले 37 वर्षों से शिरडी धाम आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि साईं बाबा ने ही उन्हें रास्ता दिखाया है. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव उन्होंने साईं बाबा के आशीर्वाद से ही जीता था.
अतीक अहमद का गढ़ रहा है यह क्षेत्र
बता दें कि प्रयागराज (पश्चिमी) विधानसभा क्षेत्र माफिया अतीक अहमद का गढ़ रहा है. इस सीट को अतीक अहमद के नाम से ही जाना जाता था. नामांकन दाखिल करने से पहले योगी के मंत्री ने कहा कि उन्होंने 5 साल तक जनता की सेवा की है और आगे भी ऐसा ही करते रहेंगे. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि इस विधानसभा सीट पर उनकी लड़ाई किसी से नहीं है, क्योंकि यहां सत्ता विरोधी लहर जैसी कोई बात नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई से लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है.