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आज दिल्ली में दाखिल हो सकते हैं इन 4 राज्यों के 15 से 20 हज़ार किसान-सूत्र

कृषि कानूनों के विरोध में देशव्यापी आंदोलन के तहत पहले ही हज़ारों किसान दिल्ली के बॉर्डर पर टिके हुए हैं. मीटिंग में फैसला होने के बाद यह किसान बुराड़ी के निरंकारी आश्रम में भी जा सकते हैं.

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नई दिल्ली. पंजाब, हरियाणा , यूपी और राजस्थान के 15 से 20 हज़ार किसान आज दिल्ली पहुंच सकते हैं. पहले से ही आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने के लिए यह दिल्ली के लिए निकल चुके हैं. दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने अपने सभी ज़िलों की यूनिट को अलर्ट पर रखा है. लोकल इंटेलीजेंस युनिट के भी कई दर्जन अधिकारियों को दिल्ली के सभी बॉर्डर पर पहले से ही तैनात कर दिया गया है.

इस बॉर्डर से आ रहे हैं यूपी के किसान :
सूत्रों की मानें तो किसान नेता टिकैत के नेतृत्व में किसान सहारनपुर और मेरठ होते हुए दिल्ली की तरफ पहुंच रहे हैं. भोपरा बॉर्डर गाजियाबाद, अप्सरा बॉर्डर नोएडा के साथ ही कासना बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से होते हुए यह किसान दिल्ली में दाखिल हो सकते हैं. इन किसान नेताओं की दौराला चेकपोस्ट पर एक मीटिंग भी हुई है राजस्थान से भी किसान धौला कुआं और कापसहेड़ा होते हुए दिल्ली पहुच सकते हैं, ऐसी जानकारी पुलिस को मिली है. इसके अलावा टिकरी और सिंघू बॉर्डर से और किसान दिल्ली पहुचेंगे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सिंधु बोर्डर के किसान फिलहाल बुराड़ी निरंकारी ग्राउंड जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं. इतना ही नहीं पानीपत और समालखा से भी किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं.

दूसरी ओर दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का स्वागत ‘अतिथि’ के तौर पर करते हुए उनके खाने-पीने और आश्रय का बंदोबस्त किया. राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न प्रवेश बिंदुओं से हजारों किसानों को प्रवेश करने और उत्तरी दिल्ली के मैदान में कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन की अनुमति दी गई है.

दिल्ली सरकार ने किसानों के लिए बुराड़ी में की व्यवस्था :

किसानों के कुछ प्रतिनिधियों ने बुराड़ी में अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ निरंकारी समागम ग्राउंड का मुआयना किया. दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर संबंधित स्थल पर पेयजल की व्यवस्था की है.

वहीं, राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने उत्तरी दिल्ली और मध्य दिल्ली के जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे किसानों के आश्रय, पेयजल, मोबाइल टॉयलेट के साथ ही ठंड के महीने और महामारी को देखते हुए उपयुक्त व्यवस्था करें. वहीं सिंघु बॉर्डर पर राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से पर शुक्रवार शाम में किसानों ने बड़ी रसोई तैयार की और एक दिन के लंबे थका देने वाले प्रदर्शन के बाद भोजन तैयार किया.