बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मामले में सीबीआई अब मनोवैज्ञानिक शव परीक्षण करेगी। सोमवार को सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा है।
केंद्रीय जांच एजेंसी के सीएफएसएल (सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) द्वारा की जाने वाली इस जांच में सुशांत के जीवन के हर पहलू का विस्तृत अध्ययन शामिल होगा। इसमें सोशल मीडिया पर पोस्ट से लेकर व्हाट्सएप चैट और परिवारों, दोस्तों और अन्य लोगों के साथ बातचीत को भी शामिल किया जाएगा।
सीबीआई अभिनेता के मिजाज, व्यवहार के पैटर्न और यहां तक कि व्यक्तिगत पहचान के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए भी जांच करेगी, ताकि सुशांत की मृत्यु के दिनों में उनकी मानसिक स्थिति का एक समग्र चित्र बनाया जा सके। सूत्रों ने बताया कि यह दिमाग के पोस्टमार्टम करने जैसा होगा।
सुनंदा पुष्कर मामले में भी कुछ ऐसा ही हाल था
ऐसा केवल तीसरी बार होगा जब इस तरह की एक जटिल जांच पद्धति का प्रयोग किया जाएगा। इससे पहले, सुनंदा पुष्कर मामले में और दो साल पहले दिल्ली में हुए बुराड़ी सामूहिक आत्महत्या मामले में इस तरह की जांच की गई थी।
वहीं, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की चार सदस्यीय फोरेंसिक टीम, राजपूत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच करेगी। सीबीआई की एक विशेष टीम ने पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले की जांच का जिम्मा मिलने के बाद शुक्रवार से मुंबई में जांच शुरू की।
रविवार को इस मामले में दो मुख्य गवाह, सुशांत के स्टाफ सदस्य और उनके दोस्त सिद्धार्थ पिठानी से सीबीआई ने पूछताछ की। स्टाफ सदस्य को लगातार तीसरे दिन पूछताछ के लिए बुलाया गया। इससे पहले, स्टाफ सदस्य और पिठानी को सीएफएसएल की टीम द्वारा सुशांत के बांद्रा स्थित घर पर ले जाया गया, जहां टीम ने उनकी मृत्यु के सीन को फिर से तैयार किया।