कंगना रनोट ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि मुझे मुंबई के चुनावों में गठबंधन की वजह से मजबूरी में शिवसेना को वोट देना पड़ा। मैं भाजपा समर्थक हूं और जब मैं वोटिंग मशीन में भाजपा का बटन खोज रही थी तो मुझसे कहा गया कि शिवसेना का बटन दबाना होगा। पर भास्कर ने जब कंगना के बयान पर पड़ताल की तो पता चला कि उनका बयान झूठा है।कंगना ने क्या कहा?
टाइम्स नाऊ चैनल से इंटरव्यू में कंगना ने कहा- जब मैं बांद्रा में वोट डालने गई थी, मैं वोटिंग मशीन के सामने गई। मैं भाजपा समर्थक हूं और मैं सोच रही थी कि बीजेपी का बटन कहां है। फिर मुझे शिवसेना का बटन दबाना पड़ा। फिर मैंने कहा कि जब मैं भाजपा को वोट देना चाहती हूं। मैं राजनीति नहीं समझती हूं। मुझे इसका अनुभव नहीं है। मुझे नहीं पता कि ये गठबंधन क्यों हुआ, पर ये हुआ। और, मुझे शिवसेना का बटन दबाने पर मजबूर होना पड़ा, क्योंकि बीजेपी का ऑप्शन नहीं था। उनके गठबंधन के चलते उस एरिया के लिए केवल और केवल शिवसेना थी।
“तो मैंने उन्हें वोट दिया और देखिए उन्होंने मेरे साथ कैसा सलूक किया।
बयान के झूठा साबित होने पर कंगना ने कैसे रिएक्ट किया?
भास्कर की खबर पर ने रिप्लाई दिया कि उन्होंने खार वेस्ट के बीपीएम स्कूल में शिवसेना नेता को वोट दिया। फेक न्यूज फैलाना बंदकरें.”