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बाहुबली रमाकांत यादव को मिली जान से मारने की धमकी, मुख्तार पर लगाया आरोप

पूर्व बाहुबली सांसद रमाकांत यादव ने राज्यपाल को लिखे पत्र में जान का खतरा माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गों से बताया है.

पूर्व बाहुबली सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता रमाकांत यादव को खुद की हत्या का डर सताने लगा है. शायद यही कारण है कि बाहुबली रमाकांत यादव ने राज्यपाल को पत्र लिखकर खुद की सुरक्षा की मांग की है. राज्यपाल को लिखे पत्र के मुताबिक यह खतरा किसी और से नहीं बल्कि पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गों से बताया गया है. फिलहाल मुख्तार के गुर्गे पूर्व सांसद की हत्या क्यों करना चाह रहे यह तो जांच का विषय है, लेकिन पूर्व सांसद द्वारा राज्यपाल को लिखे इस पत्र के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है.

बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सांसद रमाकांत यादव भाजपा में थे. वर्ष 2019 में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे कांग्रेस में शामिल हो गए और भदोही से लोकसभा चुनाव लड़े. भाजपा छोड़ने के बाद रमाकांत को मिली वाई श्रेणी सुरक्षा वापस ले ली गयी थी. पाला बदलने में माहिर रमांकात यादव 6 अक्टूबर 2019 को कांग्रेस का दामन छोड़कर फिर से समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. वाई श्रेणी की सुरक्षा जाने के बाद से रमाकांत यादव सुरक्षा वापस पाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे थे.

इसी बीच बाहुबाली रमाकांत ने एक नया हथकंडा अपनाया और 17 सितम्बर को प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को पत्र लिखकर खुद के हत्या की आशंका जताई है. हैरत करने वाली बात यह है कि पूर्व सांसद ने जिन लोगों से अपनी जान को खतरा बताया है वह पूर्वाचल के माफिया विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह से ताल्लुक रखते है. आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र के महुआरी गांव में बीते 4 सितम्बर को पुलिस ने मुख्तार के चार गुर्गों को एके-47 के कारतूस और असलह के साथ मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था. पूर्व सांसद ने इन्हीं गुर्गों से अपनी जान को खतरा बताया है.

इतना ही नहीं रमाकांत यादव ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा है कि वे आजमगढ़ से चार बार सांसद और फूलपुर से चार बार विधायक रहे हैं. वर्तमान में उन्हें कोई सरकारी सुरक्षा नहीं दी गई है. इसके कारण अपराधी प्रवृत्ति के लोग बराबर उनकी हत्या करने की कोशिश करते हैं जिनके नाम का उल्लेख करना उचित नहीं है. जिले के ऐसे राजनीतिक लोग जो अपराधियों को संरक्षण देते हैं उनकी वजह से भी खतरा बना रहता है. पूर्व सांसद ने राज्यपाल से सुरक्षा की गुहार लगाई है.