कन्नौज : उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में 25 दिसंबर की रात हत्या के आरोपी अशोक यादव के साथ मुठभेड़ के दौरान पुलिस कांस्टेबल सचिन राठी की मौत हो गई। आज उनका शव उनके गृहनगर मुजफ्फरनगर पहुंचा तो सभी की आंखें नम हो गईं। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा।
सचिन की होने वाली थी शादी
सचिन राठी के शव को लाने के लिए उनके पिता और चाचा कन्नौज गए हुए थे। शव को देखने के बाद से दोनों का बुरा हाल है। सिपाही के अंतिम दर्शन के लिए पूरा पुलिस बल भी इकट्ठा हुआ था। बता दें कि 30 वर्षीय सचिन राठी की जल्द ही अपने सहकर्मी कोमल देशवाल से शादी होनी थी। कोमल को सचिन के पिता सांत्वना देते हुए नजर आए। हालांकि, सचिन को अंतिम विदाई देते हुए कोमल फफक पड़ीं।
सचिन को शहीद घोषित किया जाए
सचिन के चाचा देवेंद्र राठी ने कहा कि हम चाहते हैं कि उन्हें शहीद घोषित किया जाए। इसके साथ ही हमारी मांग है कि अपराधियों के साथ भी वैसा ही व्यवहार किया जाए, जैसा उन्होंने सचिन के साथ किया है। बता दें कि सचिन उस चार सदस्यीय टीम का हिस्सा थे, जो 20 मामलों में वांछित अशोक यादव को कन्नौज स्थित उसके घर से गिरफ्तार करने गई थी। हालांकि, अशोक जमानत पर रिहा हो गया और उस गांव में जाकर रहने लगा था, जहां उसकी पत्नी प्रधान रह चुकी हैं।
स्थानीय अदालत द्वारा अशोक के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया, जिसके बाद सचिन की टीम उसे गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन अशोक और उसके बेटे अभय ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। चार थानों की पुलिस की मदद से दोनों को पकड़ लिया गया। हालांकि, एक घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान सचिन के जांघ में गोली लग गई और खून बहने लगा। इस पर उन्हें कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई।