उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के चौबेपुर पुलिस स्टेशन में पुलिसकर्मियों ने “बुरी आत्माओं को दूर भगाने” के लिए एक “हवन” का आयोजन किया, जिसमें कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या विकास दुबे गैंग ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद चौबेपुर पुलिस स्टेशन से सभी पुलिसकर्मियों को हटा दिया गया था.
इसके बाद इस पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों को एक स्थानीय पुजारी ने बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए नियमित रूप से पूजा-पाठ करने की सलाह दी थी. इसीलिए मंगलवार को इस पुलिस स्टेशन में बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए हवन किया गया, जिसमें कुछ स्थानीय ग्रामीणों के अलावा लगभग सभी ड्यूटी कर्मचारियों ने भाग लिया.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “कई पुलिसकर्मयों ने ड्यूटी के दौरान असहज महसूस करने की शिकायत की थी, इसलिए हमने सोचा कि हवन से माहौल सुधर सकता है. हमने बिकरू हत्याकांड के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और हम अतीत को अब याद नहीं करना चाहते हैं.
हवन में शामिल एक पुजारी ने “पूजा” की और कर्मचारियों को बुरी आत्मा से छुटकारा पाने के लिए पुलिसकर्मियों को समझाने के लिए मंत्रों का उच्चारण किया और फिर बताया कि पुलिस स्टेशन अब बुरे प्रभावों से मुक्त हो गया है. जब हवन हो रहा था, तब तक सभी शिकायतकर्ता बाहर खड़े रहे. सभी पुलिसकर्मी किसी भी शिकायतकर्ता में शामिल नहीं हुआ, जो पूजा खत्म होने का इंतजार कर रहे थे.
चौबेपुर स्टेशन के कार्यवाहक प्रभारी डी चौधरी ने संवाददाताओं को बताया, “थाने की पवित्रता के लिए हवन किया गया.”
कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गाँव में आठ पुलिसकर्मियों पर घात लगाकर हमला किया गया, जब वे गिरोह के सरगना विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए थे. विकास दुबे 10 जुलाई को एक मुठभेड़ में मारा गया था जबकि उसके पांच साथी भी पुलिस मुठभेड़ों में मारे गए थे।शेष या तो गिरफ्तार कर लिए गए हैं या उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है.
2 जुलाई की रात को बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे के घर दबिश देने पहुंची कानपुर पुलिस की टीम पर घात लगाकर बैठे गैंगस्टर और उसके गुर्गों ने हमला कर दिया था. हमले में बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे.