मंत्रों में बहुत ताकत होती है। मंत्रों का जाप मनुष्य की हर पीड़ा और पाप को हर सकता है। मंत्रों में देवी-देवताओं की शक्ति समाई होती है। आज हम आपको बताएंगे मंत्र जप होने वाले ऐसे फायदें जिनसे बहुत ज्यादा लोग परिचित नहीं है। आइए जानते हैं इन 5 मंत्रों की शक्ति और इनसे होने वाले चमत्कारी लाभ के बारे में।
इस वर्ष धन लाभ के लिए राहु की उपासना करें. एक स्टील का छल्ला जरूर धारण करें। साथ ही नित्य सायं “ॐ रां राहवे नमः” का जप करें। नियमित रूप से कुत्तों को रोटी, ब्रेड या बिस्कुट खिलाएं।
मंत्र जप से मानसिक एकाग्रता बढ़ती है। मंत्र का बार-बार जप करने से मन में अच्छे विचार आते हैं, मनुष्य को नैतिक बल मिलता है। यही मानसिक शक्ति और नैतिक बल उसे बड़े – बड़े लक्ष्य को हासिल करने में मदद करता है।
लगातार मंत्र जप करने से ध्वनि तरंग उत्पन्न होती है, उससे शरीर के स्थूल व सूक्ष्म अंग तक कंपित होते हैं। इसके कारण व्यक्ति का सूक्ष्म शरीर सक्रिय होकर शक्तिशाली परिणाम देना प्रारंभ कर देता है।
मंत्र साधाना से व्यक्ति सकारात्मक शक्तियों और ऊर्जा से जुड़ जाता है. ‘मंत्र साधना’ भौतिक बाधाओं का आध्यात्मिक उपचार है. यह आपको आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाती है। आप किसी भी मंत्र का जाप करें आप उस सर्वव्यापक ईश्वर से जुड़ जाते हैं जिसने इस संसार को रचा है।
मंत्र जाप में डूबे व्यक्ति के मन-मस्तिष्क से नकारात्मक विचारों का अंत हो जाता है। यदि आप सात्विक रूप से निश्चित समय और निश्चित स्थान पर बैठक मंत्र प्रतिदिन मंत्र का जप करते हैं तो आपके मन में आत्मविश्वास बढ़ता है साथ ही आपमें आशावादी दृष्टिकोण भी विकसित होता है जो कि जीवन के लिए जरूरी है।
मुक़दमेबाजी से मुक्ति के लिए श्री भैरव की उपासना करें। हर रविवार को भैरव जी के मंदिर जाएं। उन्हें नारियल या सफेद मिठाई अर्पित करें। रोज शाम को भैरव देव के मन्त्र का जप करें। मन्त्र है “ॐ भं भैरवाय अनिष्टनिवारणाय स्वाहा.”
भगवान गणपति बुद्धि और समझदारी के देवता हैं। इनकी पूजा उपासना करके कोई भी अत्यंत तीव्र बुद्धि और विद्या की प्राप्ति कर सकता है। बुधवार के दिन सुबह के समय भगवान गणपति को 5 मोदक और 5 लाल गुलाब के फूल तथा पांच हरी दूर्वा की पत्तियां अर्पण करें और गाय के घी का दीपक जलायें। ”ॐ बुद्धिप्रदाये नमः” मन्त्र का 108 बार जाप करें।