कानपुर. घर-गृहस्थी और व्यापार के साथ दूसरे परिवारों को भी अपनी तरह संवारना मुश्किल होता है। कुछ ऐसी ही हर चुनौती से जीत हासिल कर रही हैं कानपुर की सुषमा सिंह। वह व्यापार के क्षेत्र में तो आगे बढ़ ही रहीं, साथ ही समाज की महिलाओं को भी प्रशिक्षित कर रही हैं। सुषमा महिलाओं को रोजगार दिलाने के साथ ही कुछ परिवारों का सहारा भी हैं। अनाथ और बुजुर्गों को लेकर अलग काम करती हैं।
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श्याम नगर निवासी सुषमा जरूरतमंद लोगों की उम्मीद हैं। वह सब्जी मंडी में बस्ती के 20 से अधिक परिवारों की जिंदगी बेहतर बनाने का प्रयास कर रही हैं। इन घरों में बच्चों की शिक्षा और बेहतर परिवेश देती हैं। बच्चों को फीस, कॉपी-किताबे और कपड़े उपलब्ध कराती हैं। अनाथालय के बच्चों और वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के लिए हर महीने राशन और कपड़े देती हैं।
सुषमा ने खुद भी शून्य से शुरू होकर सफल कारोबारी का मुकाम हासिल किया है। उन्होंने पेपर नैपकिन की फैक्ट्री शुरू की थी। प्रधानमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से 10 लाख रुपए का लोन लेकर काम शुरू किया।शुरुआत में दुकान-दुकान जाकर आर्डर लेना पड़ा। तब भी हार न मानकर फैक्ट्री को स्थापित करने में जान लगा दी। आज पूरे उत्तर प्रदेश में पेपर नैपकिन की सप्लाई हो रही है। फैक्ट्री से 10-12 लोगों को रोजगार दे रही हैं।