उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के खीरो थाना क्षेत्र के गांव मोहनपुर मजरे लोदीपुर निवासी कर्ज में डूबे एक किसान ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पत्नी की शोर सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हो गए। सभी लोगों ने मिलकर अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक किसान की पत्नी द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गई ।
दरअसल मोहनपुर निवासिनी कमलेश कुमारी ने बताया कि उसका पति शिव कुमार (42) पुत्र महादेव यादव खेती करते थे। उसने रनापुर पहरौली में स्थित बड़ौदा पूर्वी उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण लिया था लेकिन फसल खराब हो जाने व बेसहारा मवेशियों द्वारा बर्बाद कर देने के कारण बैंक का ऋण अदा नहीं कर सके। इसी दौरान बीती 25 जून 2020 को उसने क्षेत्र के महाजनों से कर्ज लेकर अपनी बड़ी बेटी अमिता की शादी भी की थी। और ऋण अदा करने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। इसी बात को लेकर वह अक्सर तनाव में रहता था। गुरुवार की रात सभी परिवार के लोग खाना खाकर सो गए ।
शुक्रवार की सुबह लगभग 3 बजे जब उसकी आंख खुली तो उसका पति उसी की साड़ी से घर के अन्दर छत के कुंडे के सहारे लटकता हुआ दिखाई दिया। उसके शोर मचाने पर दौड़े पड़ोसियों व परिवारी जन मिलकर उसे नीचे उतारकर अस्पताल ले जाने का प्रयास किया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस घटना से पत्नी कमलेश कुमारी, बेटी अमिता, सविता, रिया और बेटे अभिषेक का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी द्वारा घटना की तहरीर दी गई है। शव का पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी ।