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लॉकडाउन में बढ़ा महिलाओं पर अत्याचार, यूपी बना नंबर वन

महिलाएं सिर्फ बाहर ही नहीं घर के अंदर भी सुराक्षित नहीं हैं. लॉकडाउन के 6 महीने का वक्त इस बात को सच साबित कर रहा है. 21 मार्च से 20 सितम्बर 2020 तक 13 हज़ार से ज़्यादा महिलाओं ने अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों की शिकायत दर्ज कराई है. खास बात यह है कि यह सिर्फ वो शिकायतें हैं जिन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग में दर्ज कराया गया है.

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थाना-पुलिस के मामले यहां शामिल नहीं हैं. इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि उत्तर प्रदेश अकेला ऐसा राज्य है जहां से सबसे ज़्यादा शिकायतें आयोग को मिली हैं. इस मामले में दूसरे नंबर पर दिल्ली है. लॉकडाउन का जुलाई वो महीना है जिसमे हर राज्य से सबसे ज़्यादा शिकायतें आयोग को मिली हैं.

कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन पूरे देश में लगाया गया था. लेकिन यूपी अकेला ऐसा राज्य है जहां लॉकडाउन के दौरान महिलाओं पर सबसे ज़्यादा अत्याचार हुए हैं. पूरे देशभर से लॉकडाउन के दौरान जहां 13410 महिलाओं ने अपनी शिकायत दर्ज कराई है, वहीं अकेले यूपी से 5470 महिलाओं ने अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों की शिकायत महिला आयोग को भेजी है. सबसे ज़्यादा शिकायत मार्च, जून, जुलाई और अगस्त में आई हैं. सबसे बड़ा नंबर जुलाई का 1461 है.