उतरप्रदेश विधानसभा चुनाव में लखनऊ का सरोजनी नगर सीट सबसे हाई-प्रोफाइल सीटों में से एक हैं।योगी सरकार की मंत्री स्वाती सिंह यहां से 2017 में चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंची थीं।लेकिन उनके पति और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के आपसी विवाद के बीच इस सीट से बीजेपी ने प्रवर्तन निदेशालय ईडी के पुर्व अधिकारी राजेश्वर सिंह को अपना टिकट थमा दिया।
राजेश्वर सिंह ने वीआरस लेकर सरोजनी नगर के रणक्षेण में कुद पड़े।वीआरस लेने के समय वो ईडी लखनऊ जोन के सयुक्त निदेशक के रुप काम कर रहें थें ।राजेश्वर सिंह की गिनती सुपरकाॅप के रुप में होती हैं।राजेश्वर सिंह ने बड़े बड़े हाई-प्रोफाइल केस को देखा है ।लेकिन अब राजनीति में इनका कदम कितना आसान होता है यह तो वक्त ही बताएगा ।
बात अगर लखनऊ के सरोजनी नगर सीट की करे तो यह सीट परंपरागत तौर पर सपा और बसपा का गढ रहा हैं ।लेकिन साल 2017 के चुनाव में चर्चित भाजपा नेत्री स्वाती सिंह ने यहां पहली बार कमल खिला दिया और सरकार में मंत्री भी बन गई।लेकिन इस बार उनका टिकट कट गया है और भाजपा से राजेश्वर सिंह पहली बार चुनाव मैदान में हैं तो वहीं सपा ने पुर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को प्रत्याशी बनाया हैं ।
अभिषेक मिश्रा के लिए लखनऊ उत्तरी के जगह सरोजनी नगर सीट से चुनाव लड़ना कितना कारगर होता है यह तो वक्त ही बताएगा।बसपा से मोहम्मद जलीस खान और कांग्रेस से रुद्र दमन सिंह चुनाव मैदान में हैं ।लेकिन प्रदेश के सबसे चर्चित प्रत्याशीयों में एक हैं यहां से भाजपा प्रत्याशी राजेश्वर सिंह ।
राजेश्वर मुल रुप से सुल्तानपुर के रहने वाले हैं जो सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय से लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम तक को पानी पिला चुके हैं ।2- जी से लेकर के कोयला घोटाले तक के केस के जांच में शामिल रहे हैं ।लेकिन इस बार पुर्व अफसर राजेश्वर सिंह सरोजनी नगर सीट पर क्या कमाल करते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।
गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरोजनी नगर विधानसभा पहुंचे और राजेश्वर सिंह को रिकार्ड मतों से जीताने की अपील की है।सरोजनी नगर सीट पर चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान हैं।वहीं पुरे प्रदेश का परिणाम 10 मार्च हैं ।यहीं वो दिन होगा जब आप इस हाई-प्रोफाइल सीट पर