सच है, पाप मुंडेर पर चढ़ कर बोलता है। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद में भी गुनहगारों का पाप सिर चढ़ कर बोल रहा था। गुनाह को छुपाने के लिए गुनहगार जंगल में आधी रात महिला की लाश का अंतिम संस्कार कर रहे थे लेकिन अचानक पुलिस आ गई।गुनहगारों का पूरा खेल खराब हो गया। पुलिस ने जलती चिता की आग को बुझवाया, अधजली लाश को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
दरअसल पूरा मामला है प्रतापगढ़ जनपद के आसपुरा थाना इलाके के किलाई गांव का है। किलाई गांव के कृष्ण कुमार का विवाह जौनपुर की सीता देवी से करीब 15 साल पहले हुआ था। कृष्ण कुमार और सीता देवी में अनबन चल रही थी। इसी बीच सीता देवी की मौत हो गयी। मायके वालों का कहना है ससुराल वालों ने सीता देवी को गला दबा कर मार डाला और सबूत को ख़त्म करने के लिए लाश का अंतिम संस्कार कर रहे थे। आधी रात को जंगल में अंतिम संस्कार किया जा रहा था, मगर मायके वालों ने पुलिस को खबर कर दी।
पुलिस ने मौके पर पहुँच कर चिता को बुझाकर लाश को कब्जे में लिया। हालांकि तब तक आधे से अधिक लाश जल चुकी थी। अपर पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि, मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। महिला की लाश को पॉटमार्टम के लिए भेजा गया।
फिलहाल पुलिस और मायके वालों को सतर्कता से गुनहगार कानूनी शिकंजे में आ गए है। अब देखना ये है कि सीता देवी की मौत की असल वजह क्या है। जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।