सोशल मीडिया पर दिन भर यूपी में एक बार फिर से कम्प्लीट लॉकडाउन लगाने की चल रही खबरों को सरकार ने अफवाह बताया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कम्प्लीट लॉकडाउन लगाने के बारे में अफवाह फैलाई जा रही है। उन्हाेंने कहा कि ऐसी किसी भी खबर पर ध्यान ना दें।
मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बढ़ते कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि पर चिंता जताई थी। कोर्ट ने कहा था कि जिला प्रशासन बिना जरूरी काम के घूमने वालों, चाय-पान की दुकान पर भीड़ लगाने वालों पर नियंत्रण करने में नाकाम रहा। तमाम उपायों के बावजूद कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए कोर्ट ने कहा था कि हमारी राय में लॉकडाउन से कम कोई उपाय संक्रमण रोकने में कारगर साबित नहीं होगा। परिणाम के लिए हमें चयनित तरीके से सबकुछ बंद करना होगा ताकि बेवजह बाहर निकलने वाले लोगों को उनके घरों के भीतर रहने के लिए विवश किया जा सके। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा एवं न्यायमूर्ति अजित कुमार की खंडपीठ ने क्वारंटीन सेंटरों व अस्पतालों की हालत सुधारने की जनहित याचिका पर दिया था । कोर्ट ने कहा था कि सुरक्षा बल की कमी के कारण हर गली में पुलिस पेट्रोलिंग नहीं की जा सकती। बेहतर है कि लोग स्वयं ही घरों में रहें। जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलें।