रिपोर्ट: मो० तौफीक
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है। अपराधियों में हाथी का इकबाल खत्म हो गया है। इसीलिए आए दिन हत्या, अपहरण और बलात्कार जैसी घटनाएं आम हो चुकी है। निश्चित रूप से इन दिनों उत्तर प्रदेश में दिन की शुरुआत सुबह अपराध के साथ होती है। अपराधी पुलिस से दो कदम हमेशा आगे ही रहते हैं पुलिस उनके पीछे-पीछे लगकर सिर्फ अपना गुड वर्क दिखाती रहती है।
दरअसल यह मामला अमेठी जिले के जायस थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव बीबीडोला मजरे मुबारकपुर मुखतिया के रहने वाले रईसुल जमा पुत्र विफ़्फ़न का लगभग 35 वर्षीय पुत्र मकसूद 15 अक्टूबर को अचानक गायब हो गया था। जब घरवालों द्वारा काफी खोजबीन की गई उसके बावजूद जब मकसूद नहीं मिला तब उसके पिता रहीसुल जमा ने 16 अक्टूबर 2020 को थाना जायस में गुमशुदगी की सूचना दी। पुलिस द्वारा किस प्रकार की कार्यवाही की जा रही थी यह तो पुलिस वाले ही बता सकते हैं। लेकिन जब मकसूद का पता 18 तारीख तक नहीं लगा तब 18 अक्टूबर को मकसूद के पिता ने पुनः थाने में यह सूचना दी कि मेरा भांजा सलीम खान द्वारा मेरे पुत्र को गायब कर दिया गया है। तथा वह उसकी हत्या भी कर सकता है। तब जाकर जायस पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 271/20 धारा 364 दर्ज कर विवेचना शुरू की। तभी जायस थाना के प्रभारी भरत उपाध्याय के द्वारा अपहृत व्यक्ति मकसूद की बरामदगी में बहादुरपुर चौराहे के आसपास खोजबीन में लगे हुए थे। तभी मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर उन्होंने अभियुक्त सलीम खान पुत्र सिकंदर निवासी ग्राम कूरा थाना मोहनगंज के घर पर दबिश दी तथा मौके से अभियुक्त को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। इसी के साथ अभियुक्त के पास से मृतक का मोबाइल फोन जो विवो कंपनी का था और उसके साथ एक अदद एटीएम कार्ड बरामद हुआ। गिरफ्तार हुए अभियुक्त सलीम खान से पूछने पर उसने बताया कि मकसूद कई ट्रक चलाता था वह मेरा रिश्तेदार भी है।
कई बार पैसा मांगने पर दिया भी था तो हम लोगों ने मिलकर योजना बनाई की मकसूद को कहीं एकांत में ले जाकर उसको मार कर उसका एटीएम और मोबाइल ले लेंगे और धीरे-धीरे उसका पैसा निकाल लेंगे। इसी योजना के लालच में मैंने रईस उर्फ ललन पुत्र मोहम्मद नबी निवासी पूरे आह्लाद मजरे कूरा तथा संजय पुत्र राम सजन निवासी कूरा थाना मोहनगंज जनपद अमेठी के साथ मिलकर पैसों के लालच में मकसूद को दिनांक 15 अक्टूबर को कस्बा जायस ताज क्लॉथ स्टोर के पास से लल्लन की मोटरसाइकिल पर बैठा कर अपने गांव में लाल मोहम्मद के ट्यूबवेल के पास ले जाकर पूर्व योजना के अनुसार रईस उर्फ लल्लन व संजय वहां पहले से ही मौजूद थे। हम तीनों ने मिलकर मकसूद की हत्या कर दी तथा वहीं पास के पुराने कुएं में हम लोगों ने मिलकर उसकी लाश को फेंक दिया। अभियुक्त की निशानदेही पर थानाध्यक्ष भरत उपाध्याय ने मृतक मकसूद के शव को कुएं से बरामद किया। जिसका खुलासा पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने पुलिस कार्यालय गौरीगंज में किया