लखनऊ से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। जहां पर जाली नोट छापने का काम चल रहा था, हालांकि अब पुलिस ने जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि लखनऊ के विराजखंड स्थित होटल पार्क व्यू इन में जाली नोट छापने का काम चल रहा था। इनका एक बड़ा गिरो है, जो एक दूसरे से सोशल मीडिया के जरिए जुड़े। इन लोगों को यूट्यूब की मदद से जाली नोट छापना सीखा। आपको जानकर हैरानी होगी ये गिरोह करीब करोड़ों के जाली नोट बाजार में खपा चुका है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में शाहिद कपूर की वेब सीरीज फर्जी के जरिए इस गिरोह ने फेक करेंसी से जुड़ी जानकारियां हासिल की और फिर ये इसमे माहिर हो गए।
इस गिरोह का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के अलावा देश के कई राज्यों में है जिसमे राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा शामिल है। जहां पर ये गिरोह जाली नोट सप्लाई करता था।
डीसीपी ने बताया कि, नोट छापने का काम आरोपी रवि प्रकाश और उत्कर्ष द्विवेदी करते थे। मुख्य सप्लायर दिल्ली का विकास भारद्वाज था। अन्य दोनों आरोपी लोकल स्तर पर नोट की सप्लाई करते थे। विकास भारद्वाज कुछ साल पहले जाली नोट के मामले में दिल्ली से जेल भी जा चुका है। ये सभी इंस्टाग्राम पर फेक करेंसी नाम से कई अकाउंट चलाते हैं। उसी के जरिये एक-दूसरे के संपर्क में आते गए। दोनों आरोपी नोट छापकर विकास भारद्वाज को देते थे, जो अलग-अलग राज्यों में पहुंचाता था। कुरियर के जरिये जाली नोटों की खेप भेजते थे। जब पुलिस ने सभी आरोपियों के मोबाइल खंगाले तो सारे राज सामने आए।
एसीपी अलीगंज आशुतोष कुमार ने बताया कि, आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एक शख्स कुछ साल पहले मिला था, जिसने व्हाट्सएप पर उनको एक पीडीएफ भेजा था। इसमें 500, 200 और 100 रुपये का प्रोफार्मा था। बस उसी को ये कागज पर प्रिंट करते थे। पुलिस इस शख्स को असल किरदार मान रही है। पुलिस ने उसके बारे में पूरी जानकारी जुटा ली है। अभी उसका नाम व अन्य जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।
आरोपियों ने बताया कि, पिछले महीने उन्होंने 20 हजार रुपये के जाली नोट चिनहट इलाके में खपाए थे। आरोपियों के पास से 500 के 640 नोट, 200 रुपये के तीन और 100 रुपये के दो जाली नोट बरामद हुए। प्रिंटर, लैपटॉप, लेमिनेशन मशीन, 200 रुपये के 23 पन्ने प्रिंटेड, 8 पेज 100 रुपये के व 41 पेज 500 रुपये के प्रिंटेड मिले। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो बनी मुहर, केमिकल की सीसी, आदि चीजें बरामद हुईं।