सुल्तानपुर में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक का फरमान 50-50 रुपये में बिक रहा है। अपने ही कैबिनेट मंत्री का फरमान बेचते फार्मासिस्ट पकड़ा गया। सोशल मीडिया पर करतूत वायरल हुई तो डॉक्टर साहब भी निपट गए। दरअसल सुल्तानपुर जनपद के मोतिगरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रिश्वतखोरी का मामला प्रकाश में आया है। जहां फार्मासिस्ट कमलेश्वर पांडेय रैबीज का इंजेक्शजन पचास पचास रुपये में बेचते हुए मोबाइल में कैद हो गया। बवाल तब और बढ़ गया जब रिश्वतखोरी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ।
वीडियो में फार्मासिस्ट कमलेश्वर पांडेय मुस्कुरा कर नोट ले रहा है, यानी रिश्वतखोरी में भी बेशर्मी नजर आ रही है। फिलहाल सीएमओ ने आरोपी फार्मासिस्ट कम्लेश्वर पांडेय को अपने कार्यालय से अटैच कर लिया है। अधीक्षक को भी मोतिगरपुर से हटा दिया है। सीएमओ डॉ. ओम प्रकाश चौधरी ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। जांच कमेटी में एसीएमओ डॉ. राधा वल्लभ,डिप्टी सीएमओ डॉ. लालजी और एओ योगेंद्र सिंह है।
महोबा में पांच सौ में बिकता है रैबीज का इंजेक्शन
हाल में महोबा जनपद के दुलारा प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में रिश्वतखोरी का मामला प्रकाश में आया था। डॉक्टर ने एक महिला से पांच सौ रूपया वसूल कर बुजुर्ग महिला को रैबीज का इंजेक्शन लगाया था। बुजुर्ग महिला के पास पैसे नही थे तो उसने अपने दामाद को बुलाकर 500 रूपया लिया और डॉक्टर को सुविधा शुल्क दिया, तब उसका इलाज हुआ। सुल्तानपुर में तो कार्यवाही हो गई, वहीं महोबा में कार्यवाही नही हुई है।