गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे भारत में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के लिए लोगों ने पहले से ही काफी तैयारी शुरू कर दी थी। आपको बता दें कि इस बार गणेश चतुर्थी 18 और 19 से शुरू हो रहा है। ज्यादातर जगहों पर 19 सितंबर को मनाया जा रहा है। 10 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार का काफी ज्यादा महत्व है। सिर्फ आम जनता ही नहीं बल्कि बॉलीवुड सेलेब्स भी इसे बड़े धूम धाम से मनाते है। आज हम आपको अपने इस लेख में बताने जा रहे हैं कि, गणेश चतुर्थी के लिए शुभ मुहूर्त, मूर्ति स्थापना और पूजा विधि के बारे में।
मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 18 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 9 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 19 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 13 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर को मनाया जाएगा। शुभ मुहूर्त 19 सितंबर को सुबह 11 बजकर 7 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक रहेगा।
गणेश मूर्ति स्थापना की पूजा सामग्री
गणेश जी की पूजा करने के लिए कई सामग्री की आवश्यता होती है। जिसमे दूर्वा, शमी पत्र,लड्डू, हल्दी, पुष्प और अक्षत जरूर शामिल होने चाहिए। इन सभी का पूजा में विशेष महत्व है।
ऐसे करें मूर्ति स्थापना
भगवान गणेश जी की मूर्ति की स्थापना शुभ मुहूर्त पर ही करना चाहिए। मूर्ति स्थापित करने के लिए पूर्व और उत्तर दिशा को शुभ माना गया है। दिशा के अनुसार आसान बिछाए, पूजा सामग्री रखें फिर चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाकर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद नवग्रह बनाए। इसके बाद चौकी के पूर्व भाग में पानी से भरा हुआ एक कलश रखें और दक्षिण पूर्व दिशा में दीपक जलाएं। इसके बाद गणेश जी को मोदक का भोग लगाए और आरती करें। इसके बाद प्रसाद सभी को बांटें।
मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन दोपहर में स्वाति नक्षत्र व सिंह लग्न में हुआ था। इसलिए इस मुहूर्त को बहुत ही शुभ माना गया है।