उत्तर प्रदेश के कानपुर के रायपुरवा में रहने वाले शहर के एक बड़े कपड़ा कारोबारी के पौत्र की सोमवार रात अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। हत्या के बाद परिवार में मातम छा गया। खबरों में बताया जा रहा है कि उसका शव फजलगंज के ओमपुरवा में महिला ट्यूशन टीचर के बॉयफ्रेंड के घर से मिला है। खबर के अनुसार, आशनाई में महिला ट्यूशन टीचर के प्रेमी ने हत्या की है।
‘अल्लाहु-अकबर’ लिखकर प्रभात शुक्ला नाम का एक व्यक्ति अपहरण करता है
अपनी गर्लफ्रैंड के साथ मिलकर 30 लाख की फिरौती मांगता है फिर पैसे ना मिलने पर हत्या कर देता है
यूपी के कानपुर में एक व्यापारी के 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले बेटे की हत्या कर दी गई
सोचिए प्रभात ने कितने शातिराना… pic.twitter.com/TUrJPCfVtl
— Nigar Parveen (@NigarNawab) October 31, 2023
आरोपी प्रेमी ओमपुरवा निवासी प्रभात शुक्ला को संदेह था कि, उसकी प्रेमिका और कुशाग्र के संबंध है। इसलिए उसने उसकी हत्या कर अपहरण और फिरौती की साजिश रची। हत्या के बाद उसने शव को घर में ही छिपा कर रखा था। जानकारी पर पुलिस पहुंच गई है। मिली जानकारी के अनुसार, ट्यूशन टीचर रचिता वत्स का प्रभात शुक्ला के साथ पांच-छह साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरोपी के पिता सुनील कुमार शुक्ला होमगार्ड हैं और फजलगंज थाने में तैनात हैं। उन्हीं के घर से शव को बरामद किया गया है।
कुशाग्र की हत्या करने वाले आरोपी प्रभात शुक्ला, महिला टीचर और अंकित गिरफ्तार कर लिए गए. पूरे प्रकरण में हत्यारों ने परिवार की दिवाली खराब कर दी. पुलिस को गुमराह करने के लिए घर में फर्जी फिरौती का कागज भेजा. मामले की छानबीन में जुटी पुलिस. pic.twitter.com/kgTMJRTzjP
— Shubham Shukla (@ShubhamShuklaMP) October 31, 2023
बताया जा रहा है कि सोमवार की रात उसका अपहरण हो गया। उसकी स्कूटी लावारिस हालात में गुंजन टॉकीज के पास मिली थी। अपहर्ताओं ने कारोबारी के घर में पत्र फेंककर फिरौती मांगी है। पुलिस कमिश्नर डॉ. आरके स्वर्णकार अधिकारियों संग मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की थी।
रायपुरवा निवासी कपड़ा कारोबारी संजय कनोडिया का पीरोड पर कपड़ों का बड़ा कारोबार है। उनका पौत्र कुशाग्र कैंट स्थित जयपुरिया स्कूल में हाई स्कूल का छात्र है। उसके पिता मनीष कनौडिया सूरत में कपड़ों का कारोबार संभालते हैं। सोमवार को वह अपनी स्कूटी से शाम करीब 4:30 बजे स्वरूपनगर स्थित कोचिंग सेंटर गया था।
शाम 7:30 बजे परिजनों ने घर का कुछ सामान लाने के लिए उसके नंबर पर कॉल किया, लेकिन नंबर बंद मिला। घबराए परिजनों ने कोचिंग और कुशाग्र के दोस्तों से फोन पर जानकारी की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। परिजनों ने पुलिस अधिकारियाें को अपहरण की सूचना दी तो पुलिस सक्रिय हुई।