शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद छूटने के बाद मीडियो के सामने आकर अपना पक्ष रखा है। शिवराज सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि एक बात मैं बड़ी विनम्रता से कहता हूं। उन्होंने कहा कि अपने लिए कुछ मांगने जाने से बेहतर मैं मरना पसंद करूंगा। वो मेरा काम नहीं है और इसलिए मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। जो भी पार्टी मुझे काम देगी वो मैं करूंगा। शिवराज सिंह ने कहा कि मेरे बारे में मैं कभी फैसला नहीं करता न कभी किया है जो भी करेगा हमारी पार्टी करेगी।
आज मेरे मन में संतोष का भाव है: शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि मैं प्रदेश के नए मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्री को बहुत-बहुत बधाई देता हूं अभिनन्दन देता हूं। हमारे वरिष्ठ नेता नरेंद्र तोमर विधानसभा के अध्यक्ष होंगे और उनका भी बहुत-बहुत अभिनन्दन है। मुझे पूरा विश्वास है की मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा की सरकार सभी काम तेजी से पूरा करेगी जो चल रहे है।
उन्होंने कहा कि मैं सैदेव उनको सहयोग करता रहूंगा। आज मेरे मन में संतोष का भाव है 2003 में उमा भारती जी के नेतृत्व भारी बहुमत से सरकार बनी थी। 2008 में हमने फिर से सरकार बनाई। 2013 में भी बहुमत से सरकार बनाई और 2018 में सीटों के मामले में पिछड़ गए थे लेकिन वोट ज्यादा मिले थे।
2023 में फिर भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनी है
उन्होंने कहा कि आज जब मैं यहां से विदाई ले रहा हूं, तो मुझे इस बात का संतोष है कि 2023 में फिर भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का भी संतोष है कि जब मध्य प्रदेश हमें मिला था तब यह एक बीमारू और पिछड़े राज्य के रूप में मिला था।
इन बरसों में मुझमें जितना समर्थ था, जितनी क्षमता थी मैंने ईमानदारी से कार्य किया अपने आपको झोका दिया। शिवराज ने कहा कि नई सरकार लोक कल्याणकारी योजनाओं को लागू करेगी। मैं सदैव सहयोग करूंगा. उन्होंने कहा कि विदाई के वक्त मुझे संतोष है कि 2023 में भाजपा की सरकार बनी। जीत में केंद्रीय योजनाओं के कारण और लाड़ली बहना का योगदान भी ज़बरदस्त था।