एक तरफ केंद्र सरकार व उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गरीबों के लिए फ्री राशन की बेहतर व्यवस्था दे रहें हैं। वहीं सरकार के कुछ लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से महिला कोटेदार की पुत्री रफीकुल दबंगई से गरीबों का राशन हड़पने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं और ये सिलसिला आज से नहीं सालों से चला आ रहा है।
बता दें कि, तहसील तिलोई के बहादुरपुर ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत बेहटा मूर्तजापुर की 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला अमीना के नाम कोटा आवंटित हैं। मगर राशन का वितरण उनकी बेटी रफीकुल करती है। जो स्वमं सरकारी शिक्षिका के पद पर तैनात है। सूत्रों के मुताबिक खास बात तो ये है कि, 90 वर्षीय अमीना मानसिक रूप से विक्षिप्त है, चलने फिरने बोलने के लिए मोहताज है। फिर भी विभागीय अधिकारी उसपर सालों से मेहरबान है।
कई सालों से अमीना की पुत्री रफीकुल राशन वितरण मनमानी ढंग से कर रही है। ग्रामीण कार्ड धारकों से बात करने पर पता चला कि, हर कार्ड पर 2 से पांच किलो राशन काट कर देती हैं। जिसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई, यहां तक की कार्ड धारक ने डायल 112 पुलिस तक बुला चुके हैं। लेकिन सप्लाई इंस्पेक्टर पूरी तरह कोटेदार पर मेहरबान हैं। जिस कार्ड धारक का पांच यूनिट होता है, उसे 25 किलो राशन की बजाय उस कार्ड धारक को 20 किलो राशन ही दिया जाता है। दर्जनों लोगों ने मीडिया से शिकायत करते हुए उच्च अधिकारियों से कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
कार्ड धारकों के अनुसार, प्रशासन से कई बार शिकायत की गई, लेकिन अभी तक भ्रष्ट कोटेदार पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। हालांकि अब देखना है कि आखिर कब इस मामले में कार्यवाही होगी और गरीबों को उनका पूरा हक मिलेगा।