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खून से खत लिखकर बुंदेलों ने मनाई अटल जयंती : महोबा से 35वीं बार लिखा गया खून से खत

खून से खत लिखकर बुंदेलों ने मनाई अटल जयंती : महोबा से 35वीं बार लिखा गया खून से खत

महोबा : उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के 99वें जन्म दिवस पर बीते दिन बुंदेली समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 35वीं बार अपने खून से खत लिखा और पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग दोहराई। इसके साथ ही बुंदेलों ने क्षेत्र की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आग्रह किया। आयोजित कार्यक्रम में एक दर्जन लोगों ने खून से खत लिखे और पीएम मोदी से पूर्व प्रधानमंत्री की तरह ही अलग बुंदेलखंड राज्य बनाए जाने की मांग की गई है।

आपको बता दें कि बीते दिन भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई को जन्मदिन दिवस पर बुंदेलियो ने याद किया है। अटल जी खुद अलग राज्यों के पक्षधर थे और उनके समय ही तीन राज्य बने हैं। ऐसे में हम बुंदेली समाज के लोग पीएम मोदी से खून के खत लिखकर बुंदेलखंड राज्य की मांग कर रहे हैं।

बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बुंदेलखंडी ने अटल जी की कविता “हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा” को दोहराते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री को तब तक लगातार खून से खत लिखते रहेंगे, जब तक वे हमारी मांग नहीं मानते। महामंत्री डॉ. अजय बरसैया ने कहा कि बुंदेलखंड में एम्स की मांग को लेकर तारा पाटकर पिछले आठ साल से जूते चप्पल त्याग कर नंगे पैर चल रहे हैं।

तीन साल तक अनशन पर बैठे रहे

अन्न त्याग कर चुके हैं। तीन वर्ष तक अनशन पर बैठे रहे। लाखों खत नरेन्द्र मोदी को भिजवाए। अब तक हम लोग एक हजार से अधिक खत अपने खून से लिखकर भेज चुके हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यहां की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं नहीं सुधर पाईं। जिला अस्पताल रेफरल सेंटर बना हुआ है। महोबा में ट्रामा सेंटर व मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा हुई लेकिन सब ढाक के तीन पात साबित हुआ। बुंदेलियों ने कहा कि अटल जी ने तीन नए राज्य एक साथ बनाए थे, मोदी जी आप भी एक बुंदेलखंड राज्य ही बना दीजिए।

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