लखनऊ : समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू धर्म, धर्म नहीं है, एक धोखा है. कुछ लोगों के लिए धंधा है। उन्होंने पीएम मोदी की बातों को कोट करते हुए कहा कि पीएम मोदी भी कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है। मौर्य ने कहा कि जब ये बात पीएम मोदी कहते हैं तो किसी की भावनाएं आहत नहीं होती लेकिन यही बात जब मैं कहता हूं भावनाएं आहत हो जाती है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि वोट देने के लिए हम हिंदू हैं।हिंदू के नाम पर वो वोट लेते हैं। सत्ता में लौटने के बाद हम हिंदू नहीं रह जाते।
बता दें कि उनके ऐसे बयानों के बाद सपा भाजपा के निशाने पर आ जाती है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव पार्टी को हिंदू विरोधी छवि से बाहर निकलना चाहते हैं क्योंकि चुनाव में अब यादव और मुस्लिम समीकरण का फाॅर्मूला काम नहीं कर रहा है। ऐसे में मौर्य के इस बयान से एक दिन पहले उन्होंने चेतावनी भी दी थी लेकिन मौर्य ने सपा प्रमुख के आदेशों को धता बताते हुए एक बार फिर विवादित बयान दिया है।
सुप्रीम कोर्ट भी ‘हिंदू’ को धर्म नहीं मानता
सपा नेता ने कहा कि 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं बल्कि जीवन जीने की शैली है। उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी कह चुके हैं कि हिंदू कोई धर्म नहीं बल्कि जीवन जीने की शैली है। मौर्य ने आगे कहा कि पीएम मोदी भी हिंदू धर्म को धर्म मानने से मना कर चुके हैं। 2 महीने पहले गडकरी जी ने भी यही बयान दिया था। तब किसी की भावना आहत नहीं हुई थी।
हिंदू धर्म पर पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद ने इस तरह का बयान दिया हो। स्वामी प्रसाद पहले भी हिंदू धर्म, सनातन और रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं। इसी साल कुछ महीने में लखनऊ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था।
उन्होंने उस समय भी कहा था कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह सिर्फ धोखा है. उन्होंने कहा था कि सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है।