वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने लगभग डेढ़ लाख बिजली कर्मचारी सोमवार से कार्य बहिष्कार करके वाराणसी के भिखारीपुर इलाके में स्थित महाप्रबंधक कार्यालय पर धरने पर बैठ गए हैं। इस कार्य बहिष्कार के चलते न केवल यूपी बल्कि आसपास के कई राज्यों तक में आज विद्युत आपूर्ति प्रभावित होने की संभावना है। आंदोलन कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनके खिलाफ कोई कार्यवाही होगी, तो वह मुंहतोड़ जवाब देंगे।
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जिसे लेकर उन्होंने कुछ दिन पहले जनसंपर्क कार्यालय पर पत्रक दिया। क्रमबद्ध अपने आंदोलन के तहत उन्होंने भगत सिंह जयंती के अवसर पर मशाल जुलूस निकालकर सरकार को जगाने का काम किया। सोमवार को मांग न पूरी होने पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति बैनर तले अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे रहे।
केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों ने कहा किसी भी कीमत पर बिजली का निजीकरण नहीं होने देंगे।विद्युत कर्मचारियों को प्रदेश व राष्ट्रव्यापी समर्थन की उम्मीदचंद्रशेखर चौरसिया ने बताया पिछले 1 सितंबर से हम लोग लगातार निजीकरण के विरोध में संवैधानिक तरीके से अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। हम लगातार सरकार से बात करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाह रहे हैं कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री बिजली के निजीकरण का प्रस्ताव वापस लें, लेकिन हमारी कोई सुनने वाला नहीं है।
इसलिए आज हम लोगों ने अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए हैं। जब तक यह प्रस्ताव वापस नहीं लिया जाएगा, हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। हमारे साथ पूरे उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों उसके साथ ही कई प्रदेशों से भी हमें समर्थन मिल रहा है।