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हिजाब प्रकरण से बिहार के लाउडस्पीकर विवाद को जोड़ने पर पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने जताई आपत्ति

पटना, केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह के कर्नाटक के हिजाब प्रकरण से बिहार के लाउडस्पीकर विवाद को जोड़ने पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। बिहार के मंत्री जनक राम के बयान का समर्थन करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा था कि ध्वनि प्रदूषण पर सरकार ने कानून बनाया है पर हम नहीं मानते। हिजाब पर कोर्ट के निर्णय पर भी हम सवाल उठाते हैं। जो मन करता है वो करते हैं। कई देश खास मजहब के हैं। इसके बावजूद वहां लाउडस्पीकर पर इतनी तेज आवाज करके किसी की नींद नहीं खराब की जाती। मीडिया से बातचीत में गिरिराज के बयान पर मांझी ने पलटवार करते हुए कहा है कि जबतक संविधान के तहत हम सरकार चला रहे हैं तबतक हमको ऐसी बातें नहीं सुननी चाहिए। गिरिराज एक जगह कहें या अनेक जगह, कोई फर्क नहीं पड़ता।

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहा कि गिरिराज को अपनी इच्छा जाहिर करने की  स्वतंत्रता है। उनकी बात सुनी जाएगी इसपर भरोसा नहीं है। मांझी ने कहा कि जबतक संविधान के तहत सरकार चला रहे हैं तबतक हमको ऐसी बातें नहीं सुननी चाहिए। न यहां के लोग सुनेंगे। उन्होंने कहा कि यह गिरिराज के मन की व्यथा है। वो एक जगह कहें या अनेक जगह, कोई फर्क नहीं पड़ता।

मंत्री जनक राम के बयान के बाद विवाद

गौरतलब है कि बिहार सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री जनक राम ने कहा था कि मस्जिदों में अजान के लिए बजने वाले लाउडस्पीकर पर रोक लगनी चाहिए। मुजफ्फरपुर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि जब हिंदुओं के त्योहार पर स्पीकर की आवाज पर रोक लगती है तो मस्जिद से हो रही अजान पर भी रोक लगे। जनक राम ने तर्क दिया था कि मस्जिदों के पास अन्य समुदाय के लोग भी रहते हैं। इनमें छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं। अजान की तेज आवाज से बाधा उत्पन्न होती है।