सुल्तानपुर : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में लखनऊ हाईकोर्ट के जनरल सेक्रेटरी मनोज मिश्रा एक निजी कार्यक्रम में बुधवार रात पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा तहसील और जिले पर जो हमारी अदालतें हैं, जहां चैंबर्स नहीं बने हैं। खपड़ा और टीन लगा है, वहां वकीलों को अच्छा माहौल दिया जाए,
दरअसल मनोज मिश्रा एक निजी कार्यक्रम में बुधवार रात्रि सुल्तानपुर पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत किया। उन्होंने कहा तहसील और जिले पर जो हमारी अदालतें हैं जहां चैंबर्स नहीं बने हैं। खपड़ा और टीन लगा है वहां वकीलों को अच्छा माहौल दिया जाए इसके लिए बार काउंसिल से मांग करूंगा। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई के बाद और आजादी की लड़ाई से पहले अगर समाज में सबसे बड़ा योगदान रहा है तो अधिवक्ताओं का रहा है। अधिवक्ता कभी अपने लिए नहीं लड़ता है हमेशा दूसरों के लिए लड़ता है।
उन्होंने आगे कहा युवा अधिवक्ता को स्टाइपेंड दिया जाए मैं इसकी भी मांग करूंगा। वही मनोज मिश्रा ने कहा लखनऊ उच्च न्यायालय विस्तार की मांग भी हम लोगों ने उठाया है। दरअस्ल इलाहाबाद उच्च न्यायालय को 59 जिलों का ज्यूडिक्शियन दिया गया है जबकि लखनऊ उच्च न्यायालय के पास 16 जिलों का ज्यूडिक्शियन है। हम लोगों की मांग है कि लखनऊ की ज्यूडिक्शियन को बढ़ाया जाए इस आधार पर कि एशिया नहीं बल्कि वर्ड की सबसे बड़ी हाईकोर्ट का निर्माण हुआ है तो वो लखनऊ हाईकोर्ट है उन्होंने आगे कहा कि इंस्टाफर्क्चर है, हमारे पास व्यवस्थाएं हैं। न्याय कक्ष है और राजधानी है।
यही नहीं लखनऊ से होकर बरेली मंडल, मुरादाबाद मंडल के लोग लखनऊ स्टेशन से होकर इलाहाबाद जाते हैं। इसलिए 50-50 का बटवारा होना चाहिये। उसके बाबत हम लोगों ने एक आंदोलन किया था 5-10 हजार अधिवक्ता भाइयों ने शिरकत किया और वो सफल रहा। अब 14 जनवरी को दिल्ली जंतर-मंतर पर ले जाएंगे। जब तक हम लोगों का क्षेत्राधिकार नहीं बढ़ेगा तब तक हम लोग आंदोलन करते रहेंगे।