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कंधे के दर्द से हैं परेशान, तो करें इन घरेलू उपचार का प्रयोग

आज के दौर में हर कोई लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट पर ज्यादा समय बिताने लगा है. इन उपकरण का इस्तेमाल लोग करते है और कंधे के दर्द की शिकायत करते हुए बहुत से देखे जाते हैं. लेकिन कई कारण और स्थिति कंधे के दर्द का कारण बन जाती है. इस दर्द के रहते किसी और काम में ध्यान लगाना मुश्किल हो जाता है. कंधे का यह दर्द किसी भी मांसपेशी, लिगामेंट या टेंडन और कंधे के आसपास हो सकता है. कंधों को किसी भी प्रकार के शारीरिक मेहनत से नुकसान पहुंच सकता है, जैसे खेल कूद या बार-बार एक ही मूवमेंट करना. कंधे में दर्द की वजह से कुछ रोग भी हो सकते, जिसमें सर्वाइकल व लिवर, हृदय या पित्ताशय से संबंधित रोग भी शामिल हैं.

दर्द के साथ झुनझुनी का लक्षण-

उम्र बढ़ने के साथ-साथ कंधों के दर्द का जोखिम भी बढ़ने लगता है. विशेष रूप से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में यह समस्या आम है.

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इसकी वजह यह है कि उम्र के साथ-साथ कंधे के आसपास के ऊतक खराब होने लगते हैं. अक्सर कंधे के दर्द के साथ कुछ लक्षण भी नजर आते हैं जैसे बाजू या कंधे का इस्तेमाल करते समय दर्द बढ़ जाना, लंबे समय तक दर्द रहना, अकड़न, हाथ लगाने पर सुन्न हो जाना, झुनझुनी, अचानक तेज दर्द आदि. अगर कंधे का दर्द किसी चोट की वजह से न हो, या फिर दर्द के साथ बुखार, चक्कर आना जैसे लक्षण हो और दर्द घरेलू उपचार से ठीक न हो रहा हो, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए.

ऐसे होता है निदान और इलाज-

कई परिस्थितियां और कारण इस दर्द की वजह बन सकते हैं, जिसमें रोटेटर कफ टेंडिनाइटिस सबसे आम कारण है. रोटेटर कफ यानी कंधों को घुमाने वाली मांसपेशी के आसपास के टेंडन क्षतिग्रस्त या उनमें सूजन आ जाना होता है. यदि कंधे की हड्डी अपनी जगह से हट जाए, तो भी बहुत दर्द हो सकता है. रीढ़ की हड्डी में चोट लगना या दिल का दौरा जैसी गंभीर समस्याओं की वजह से भी कंधे में दर्द हो सकता है. डॉक्टर एक्स-रे और एमआरआई जैसे टेस्ट करवाकर समस्या का पता लगाते हैं. इस स्थिति का इलाज दर्द की वजह और गंभीरता पर निर्भर ​करता है. फिजिकल थैरेपी, शॉल्डर इमोबिलाइजर यानी कंधे को स्थिर रखने वाले उपकरण उपचार के विकल्प हैं. डॉक्टर नॉनस्टेरॉयडल एंटी-इन्फ्लेमेटरी दवाएं या कॉर्टिकोस्टेरॉइड आदि लेने के लिए कह सकते हैं. इसके अलावा गंभीर मामलों में सर्जरी की जरूरत हो सकती है.

घरेलू उपचार है कारगर-

कंधे के ज्यादातर मामलों का इलाज घरेलू उपचार से किया जा सकता है.जानकारी के अनुसार, दर्द से छुटकारा पाने के लिए मसाज बेहद प्रभावी है. नारियल, जैतून, तिल या सरसों के तेल से हल्की-हल्की मसाज कंधे की मांसपेशियों में तनाव और खिंचाव को ठीक करने में मदद करती है. ठंड या गर्म सिकाई भी दर्द से राहत दे सकती है. सिकाई से सूजन भी दूर होती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है. सेंधा नमक मैग्नीशियम सल्फेट से बना होता है, जो कंधे के दर्द को दूर करता है. यदि गर्म पानी से भरी बाल्टी में दो कप सेंधा नमक डालकर नहाया जाए या प्रभावित हिस्से पर उस पानी को डाला जाए, तो इससे दर्द में आराम पहुंचेगा.